शहरी क्षेत्र में नहीं चलेगा तबेला, अफसर एक-दो पशुओं को गोद लें: मुकेश मेश्राम Lucknow news
लखनऊ की समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने अफसरों को दिया निर्देश। ग्राम प्रधान लेखपाल ग्राम पंचायत अधिकारी कोटेदार आदि एक-दो पशुओं को लें गोद।
लखनऊ, जेएनएन। मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र में कोई भी तबेला चलता न मिले। बेसहारा पशुओं को निराश्रित गोवंश स्थलों में भेजा जाए। किसी भी जिले में पराली जलाने की घटना न होने पाए। किसानों का उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कमिश्नर शुक्रवार को मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सीडीओ अपने जिले के बड़े गोवंश स्थलों का स्वयं निरीक्षण करें और उन्हें बेहतर बनाएं। बड़े गोवंश स्थल पर पशुओं के पोषण के लिए चरी, नेपियर घास, बरसीम आदि की व्यवस्था करें और इसे उगाएं भी। पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए शेड (छप्पर) को फायर प्रूफ बनाएं। नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्र में भी आवारा पशु न दिखे। ग्राम प्रधान, लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी, कोटेदार आदि एक-दो पशुओं को गोद लें। आयुक्त ने कहा कि किसी भी जिले में पराली जलाने की घटना संज्ञान में नहीं आनी चाहिए। पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाएं और उनका एक साल में पांच लाख रुपये तक का इलाज बड़े अस्पतालों में निश्शुल्क कराएं। किसानों के मामलों में संवेदनशीलता बरती जाए।
उनका धान समर्थन मूल्य पर ही क्रय हो और उनका उत्पीडऩ न होने पाएं। 30 नवंबर तक सभी विद्यालयों में स्वेटर वितरित करा दिए जाएं। कोई भी बच्चा बिना जूते पहने विद्यालय न आए। पर्यटकों के लिए दुधवा व नैमिषारण्य की सड़कों को ठीक कराने को कहा। आशाओं के मानदेय का समय से भुगतान किया जाए। इस मौके पर सीडीओ मनीष बंसल, संयुक्त विकास आयुक्त कृष्ण त्रिपाठी व मंडल के अन्य जिलों के सीडीओ समेत संबंधित मंडल स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।