UP: डायरिया से बचाव के लिए चलेगा विशेष सफाई अभियान, पेयजल आपूर्ति की होगी नियमित जांच
यूपी सरकार डायरिया से बचाने के लिए शहरों में विशेष सफाई अभियान चलाने जा रही है। जहां भी सीवर व पेयजल पाइप लाइन साथ-साथ हैं और टूटे हुए हैं उन्हें अलग किया जाएगा। पानी के नमूने की जांच होगी। किसी तरह की लापरवाही पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। प्रदेश सरकार डायरिया से बचाने के लिए शहरों में विशेष सफाई अभियान चलाने जा रही है। जहां भी सीवर व पेयजल पाइप लाइन साथ-साथ हैं और टूटे हुए हैं, उन्हें अलग किया जाएगा। पानी के नमूने की नियमित जांच कराई जाएगी। किसी भी तरह की लापरवाही पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सीवर लाइन और पेयजल लाइन की जांच की जाए।
सीवर व पेयजल पाइप लाइन में लीकेज मिलने पर उसे तत्काल सही करते हुए अलग-अलग किया जाए। लीकेज के सही होने तक इलाके में जलापूर्ति के लिए स्थापित पाइप लाइन, सीवर लाइन के निकट से गुजरती है तो सुरक्षित पेयजल आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाए। जिन स्थानों पर सड़क की मरम्मत या खुदाई का काम चल रहा है, वहां इसे प्राथमिकता पर कराने को कहा गया है। प्रभावित क्षेत्रों की खुली नालियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने के साथ व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों व खुले में शौच न करने के लिए जागरूक करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
इसके तहत खुली नालियों को ढकने की व्यवस्था के साथ ही कचरों की सफाई व फागिंग भी कराई जाएगी। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से दस्त के लक्षण वाले रोगियों की सूचना एकत्र करते हुए स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। जलभराव वाले स्थानों को चिन्हित करके दवा का छिड़काव कराया जाए। अभियान के तहत मलिन बस्तियों की संवेदनशील आबादी पर ध्यान देने और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए सातों दिन 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित करने को भी कहा गया है। बता दें कि हाल ही में लखनऊ के बालू अड्डा के पास मलिन बस्ती में गंदा पानी सप्लाई होने से दो लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद काफी हंगामा भी हुआ था।