UP पंचायत चुनाव में धांधली के आरोप में सपा आज सड़कों पर, गन्ना मूल्य भुगतान के लिए किसानों ने भी खोला मोर्चा
समाजवादी पार्टी क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में भाजपा सरकार पर धांधली का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में प्रदेश की सभी तहसीलों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं किसान नेताओं ने गन्ना मूल्य भुगतान के लिए लखनऊ में विरोध दर्ज कर रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी और यूपी किसान मजदूर मोर्चा गुरुवार को सड़कों पर है। समाजवादी पार्टी क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष एवं जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में भाजपा सरकार पर धांधली का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में प्रदेश की सभी तहसीलों पर प्रदर्शन कर रही है तो वहीं किसान नेताओं ने गन्ना मूल्य भुगतान के लिए लखनऊ में विरोध दर्ज कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार वादाखिलाफी कर रही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अपील पर पार्टी के कार्यकर्ता प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति को संबोधित 16 सूत्री ज्ञापन देंगे। अखिलेश ने कहा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में समाजवादी पार्टी के सदस्य बहुमत में जीते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए अध्यक्ष पदों पर अपना कब्जा जमा लिया। भाजपा सरकार ने कई जिलों में सपा के प्रत्याशियों के नामांकन पत्र तक दाखिल नहीं होने दिया। कई क्षेत्र पंचायत सदस्यों का अपहरण कर लिया गया और कइयों का पुलिस द्वारा उत्पीड़न कराया गया।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में सपा बढ़ती महंगाई, नौजवानों की बेरोजगारी, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले, हत्याओं पर रोक, किसानों को लाभकारी मूल्य देने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सहित कई विषयों को शामिल किया गया है। गन्ना किसानों का 15 हजार करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने, किसान विरोधी कृषि कानूनों की तत्काल वापसी, डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस, बीज, कीटनाशक दवाओं के दाम कम करने आदि की भी मांग की जाएगी। ज्ञापन में महिला अपराधों पर रोक लगाने व सपा कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें दर्ज न करने, कोरोना काल में सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कराने, मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने आदि की भी मांग है।
प्रदेश सरकार पर वायदा न पूरा करने का आरोप : गन्ना भुगतान के लिए किसान आज लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। योगी सरकार ने गन्ना किसानों को 2011 से अब तक का ब्याज सहित भुगतान करने का वायदा किया था। किसान नेताओं का आरोप है कि सरकार बड़े दावे जरूर कर रही है लेकिन, भुगतान नहीं मिल पा रहा है। भुगतान के लिए हाईकोर्ट के आदेश का पालन तक नहीं किया गया है। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कर रही है लेकिन, उनकी आय एक गुनी भी नहीं रह गई है। किसान की खेती डीजल, पेट्रोल पर निर्भर है उसके दाम आसमान छू रहे हैं। कीटनाशक दवाओं के दाम बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि उप्र किसान मजदूर मोर्चा पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के जिला व तहसील मुख्यालयों पर छह जुलाई से धरना कर रहा है।