सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नया ऐलान, सरकार बनने पर संस्कृत भाषा को करेंगे प्रोत्साहित
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में जो सुधार किए थे भाजपा सरकार ने उनकी पूरी तरह उपेक्षा की है। इसके पीछे भाजपा का समाजवादी पार्टी के प्रति द्वेषभाव ही है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर संस्कृत भाषा के प्रसार को प्रोत्साहित किया जाएगा। अखिलेश शनिवार को वाराणसी के बुद्धिजीवियों व वाराणसी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से भेंट कर रहे थे। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि अखिलेश सरकार में ही संस्कृत विद्वानों को सम्मान और संस्कृत शिक्षा को प्रोत्साहन मिला था। भाजपा काल में उनकी उपेक्षा हो रही है।
बुद्धिजीवी समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि वर्ष 2022 में प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी, तब ही उत्तर प्रदेश का सम्मान एवं लोकतंत्र बचेगा। संस्कृत शिक्षकों ने बताया कि समाजवादी सरकार के पांच साल के कार्यकाल में लगभग एक हजार संस्कृत शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कारों की राशि में वृद्धि हुई और व्यास महोत्सव व वाल्मीकि जयंती जैसे उत्सवों का विस्तार हुआ।
वहीं, लखनऊ के डा.प्रशांत तिवारी के नेतृत्व में डाक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी अखिलेश यादव से शनिवार को भेंट की।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में जो सुधार किए थे, भाजपा सरकार ने उनकी पूरी तरह उपेक्षा की है। इसके पीछे भाजपा का समाजवादी पार्टी के प्रति द्वेषभाव ही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।