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यूपी चुनाव 2022: अपर्णा यादव के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर अखिलेश यादव ने तोड़ी चुप्पी; जानें क्या बोले

मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भाजपा में जाने की चल रही चर्चाओं के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा। सोमवार को सपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि उन्हें हमारे परिवार की ज्यादा चिंता रहती है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 11:15 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 07:04 AM (IST)
यूपी चुनाव 2022: अपर्णा यादव के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर अखिलेश यादव ने तोड़ी चुप्पी; जानें क्या बोले
अपर्णा के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि सब ठीक है।

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, नेताओं के दल-बदल का दौर भी तेज हो गया है। हाल ही के दिनों में कई मंत्रियों, विधायकों और नेताओं ने भाजपा से सपा का रुख किया तो कई दूसरे नेताओं ने अपनी-अपनी महत्वकांक्षा को देखते हुए पार्टी बदली। इसी बीच सबसे ज्यादा चौंकाने वाली चर्चा रही अखिलेश के घर से। नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और अखिलेश के छोटे भाई प्रतीक की पत्नी अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं। इन पर विराम लगाते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि ये उनके परिवार का मामला है और सब ठीक है।

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मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव के भाजपा में जाने की चल रही चर्चाओं के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा। सोमवार को सपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि उन्हें हमारे परिवार की ज्यादा चिंता रहती है। चुनाव में भाजपा ऐसे ही बहुत सारे षड्यंत्र करेगी किंतु उसे समाजवादी सफल नहीं होने देंगे। अपर्णा यादव के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर विराम लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि ये हमारे परिवार का मामला है और सब ठीक है।

बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए अन्न संकल्प लिया है। गेहूं-चावल हाथ में लेकर कहा कि हम संकल्प लेते हैं कि जिन्होंने किसानों पर अन्याय और अत्याचार किया है उनको हटाएंगे और हराएंगे। अखिलेश ने इस संकल्प के साथ ही कहा कि हमारी सरकार बनने पर किसानों के लिए ब्याज मुक्त कर्ज, बीमा और पेंशन की व्यवस्था की जाएगी। किसान रिवाल्विंग फंड बनाकर गन्ना किसानों का 15 दिनों में भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। जिन किसानों की जान गई है उनके स्वजनों को 25-25 लाख रुपये दिए जाएंगे। सपा प्रमुख ने चुनाव के लिए बड़ी-बड़ी साजिशें होने की आशंका जताई है।

सपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में अखिलेश ने कहा कि किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क आज सपा के साथ हैं, इनको लखीमपुर खीरी कांड में कुचलने की कोशिश की गई थी। सपा प्रमुख ने कहा कि किसानों ने आखिरकार सरकार को झुका ही दिया था, इसी वजह से तीनों कृषि कानून वापस लिए गए। बड़े पैमाने पर छुट्टा जानवरों के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। छुट्टा जानवर किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। लोगों की जान ले रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार इन्हें नहीं पकड़ रही है।

अखिलेश ने किसानों और अपने नेताओं से अपील की है कि वे सभी 'अन्न संकल्प' से जुड़ें और भाजपा को हटाने व हराने में जुटें। हम भाजपा का संकल्प पत्र आने के बाद अपना घोषणा पत्र जारी करेंगे। घोषणापत्र में उन तमाम बिंदुओं को भी रखेंगे, जिनके जरिए घोषणाओं को पूरा करेंगे। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से गठबंधन न होने को लेकर अखिलेश ने कहा है कि इसके पीछे कोई साजिश लगती है। पहले वह दो विधान सभा सीटें लेने को तैयार हुए लेकिन बाद में मुकर गए। सपा प्रमुख ने कहा कि चुनाव के लिए बड़ी-बड़ी साजिशें हो रही हैं। अगर वह भाई की तरह हमारी मदद करना चाहते हैं तो भाजपा को हटाने के लिए मदद करनी चाहिए।

चुनाव आयोग से न्याय की अपील : अखिलेश ने चुनाव आयोग से न्याय सुनिश्चित कराने की अपील की है। उन्होंने अमरोहा से भाजपा विधायक महेंद्र खड़गवंशी द्वारा कोविड गाइडलाइन व आदर्श आचार संहिता उल्लंघन कर जुलूस निकालने का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है। अखिलेश ने कहा कि ...सपा के कार्यक्रम-कार्यालय पर पूरी पाबंदी और गाड़ियों के चालान भी लेकिन 'कुछ दिनों के बाकी बचे मुख्यमंत्री' व अमरोहा के भाजपा प्रत्याशी आचार संहिता और कोरोना गाइडलाइन का सरेआम मजाक उड़ा रहे हैं, 'निर्वाचन-न्याय' को सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का परम-धर्म है। कोई है? उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में कन्नौज में सपा को हराने के लिए सबसे ज्यादा रेड कार्ड जारी किए गए थे। ऐसी ही साजिश फिर की जाएगी। चुनाव आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए।


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