सपा प्रमुख अखिलेश यादव का आरोप- लोकतंत्र की ताकत को कमजोर कर रही भाजपा सरकार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एकजुटता के साथ वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के पक्ष में 90 प्रतिशत मतदान कराने का संकल्प लें। इसके लिए अभी से बूथ स्तर तक पूरी तैयारी करें।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लोकतंत्र को ताकत मिली है, लेकिन भाजपा सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत भाजपा लोकतांत्रिक संस्थाओं की प्रासंगिकता समाप्त कर रही है। देश आज संक्रमण के दौर में है। संविधान और सांविधानिक संस्थाओं पर हमला किया जा रहा है। देश में कृषि की दुर्दशा है। भाजपा सरकार ने किसानों के साथ छल किया है। न तो उनकी आय दोगुनी हुई और न ही उन्हें फसल की लागत का ड्योढ़ा दाम मिला। आज किसान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने जनसामान्य को भी धोखा दिया है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी व प्रथम महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि महिलाओं के अधिकारों के लिए सपा हमेशा संघर्षशील रही है और महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। अखिलेश ने कहा कि सपा किसानों के साथ है। उसकी खेत खलिहान बचाने की लड़ाई में भी संघर्षरत है।
सपा कार्यालय में आज। pic.twitter.com/EDz0Gp2RlF— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 13, 2021
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में केंद्र सरकार की पांच ट्रिलियन डालर इकोनॉमी का उल्लेख क्यों नहीं है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की घोषणा की थी, उसका क्या हुआ। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे एकजुटता के साथ वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के पक्ष में 90 प्रतिशत मतदान कराने का संकल्प लें। इसके लिए अभी से बूथ स्तर तक पूरी तैयारी करें। भाजपा की साजिशों के प्रति सावधान रहें और जनता के बीच जाकर समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करें।
सपा ने लखनऊ के साथ प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी महिलाओं की सुरक्षा, मान सम्मान, बेरोजगारी, शैक्षिक क्षेत्र की समस्याओं एवं अन्य मुद्दों को लेकर समाजवादी महिला घेरा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने घेरा बनाकर महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।