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मायावती के जन्मदिन के बाद होगी गठबंधन में सीटों के बंटवारे की घोषणा

गठबंधन का औपचारिक एलान होने के बाद अब सबकी नजर सीटों के बंटवारे पर है। किस संसदीय सीट पर कौन पार्टी लड़ेगी इसकी घोषणा अगले एक सप्ताह में ही कर दी जाएगी।

By Nawal MishraEdited By: Published: Sat, 12 Jan 2019 10:20 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jan 2019 10:15 PM (IST)
मायावती के जन्मदिन के बाद होगी गठबंधन में सीटों के बंटवारे की घोषणा
मायावती के जन्मदिन के बाद होगी गठबंधन में सीटों के बंटवारे की घोषणा

लखनऊ, जेएनएन। गठबंधन का औपचारिक एलान होने के बाद अब सबकी नजर सीटों के बंटवारे पर है। किस संसदीय सीट पर कौन पार्टी लड़ेगी इसकी घोषणा अगले एक सप्ताह में ही कर दी जाएगी। हालांकि, प्रत्याशियों के नामों की सार्वजनिक घोषणा लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने पर की जाएगी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में शनिवार को यह तो साफ कर दिया कि 80 लोकसभा सीटों में से बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अमेठी और रायबरेली सीट को कांग्रेस के लिए छोडऩे का एलान करने के साथ ही 38 सीटें सपा व दो अन्य छोटे दलों के लिए रखी गई हैैं। सूत्रों के मुताबिक 15 जनवरी तक मायावती लखनऊ में ही रहेंगी। इस बीच वह पार्टी के प्रमुख नेताओं से मिलेंगी। 15 को सुबह मायावती यहां अपना 63वां जन्मदिन मनाने के बाद दिल्ली चली जाएंगी। 

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17 को दोनों ही पार्टियों के प्रमुख नेता एक साथ बैठेंगे

सूत्र बताते हैैं कि 16 जनवरी को दिल्ली में मायावती ने अपने आवास पर पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक रखी है। बैठक में अखिलेश यादव के साथ सपा के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे। अगर किसी कारण से उस दिन बैठक न हो सकी तो 17 को दोनों ही पार्टियों के प्रमुख नेता एक साथ बैठेंगे। बैठक में तय होगा कि किस संसदीय सीट पर कौन पार्टी लड़ेगी? सीटों का बंटवारा तय होते ही इसकी घोषणा भी कर दी जाएगी। प्रत्याशियों के नाम का एलान लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम जारी होने पर किया जाएगा। वैसे जिन्हें टिकट मिलना होगा उन्हें लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बना दिया जाएगा ताकि वे क्षेत्र में चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। 

बड़ा आधार पिछले नतीजे और जातिगत समीकरण 

पार्टी सूत्रों का कहना है कि सीट बंटवारे का बड़ा आधार पिछले चुनाव के नतीजे और जातिगत समीकरण रहेगा। पिछले चुनाव में जिन 34 सीटों पर बसपा रनरअप रही थी उनमें से ज्यादातर पर बसपा चुनाव लड़ेगी। इसी तरह सपा भी विजयी के साथ रनरअप वाली 31 सीटों में से अधिकांश पर लड़ेगी। अगर रालोद तीन सीटों पर लडऩे को तैयार हुआ तो सपा उसे अपने कोटे से एक सीट दे सकती है। रालोद के अलावा क्षेत्र विशेष में प्रभाव रखने वाली पीस पार्टी, निषाद पार्टी, अपना दल जैसे को भी एक-एक सीट दी जा सकती है। व्यक्ति विशेष का प्रभाव होने पर उसे सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। 

बसपा की संभावित सीटें 

बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, आगरा, नगीना, जालौन, अलीगढ़, अकबरपुर, देवरिया, महराजगंज, शाहजहांपुर, सलेमपुर, मेरठ, मिर्जापुर, राबट्र्सगंज, बांसगांव, फतेहपुर, सुलतानपुर, फतेहपुर सीकरी, मछलीशहर, प्रतापगढ़, भदोही, चंदौली, जौनपुर, घोसी, मोहनलालगंज, अंबेडकरनगर, धौरहरा, बांदा, खीरी, डुमरियागंज, संतकबीरनगर, मिश्रिख, हरदोई, सीतापुर, कुशीनगर, सहारनपुर,  गाजियाबाद, बाराबंकी।    


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