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Manish Gupta Murder Case: हत्यारोपित दारोगा की तलाश में एसआइटी फिर पहुंची बाराबंकी, घर वालों से दो घंटे पूछताछ

गोरखपुर के मनीष गुप्ता हत्याकांड में नामजद दारोगा अक्षय मिश्रा की तलाश में विशेष जांच दल (एसआइटी) रविवार को फिर बाराबंकी पहुंची। दारोगा के घर वालों से दो घंटे पूछताछ के बाद टीम लौट गई। हत्यारोपितों पर पुलिस ने एक लाख का पुरस्कार घोषित कर दिया है।

By Rafiya NazEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 04:44 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 08:22 PM (IST)
Manish Gupta Murder Case: हत्यारोपित दारोगा की तलाश में एसआइटी फिर पहुंची बाराबंकी, घर वालों से दो घंटे पूछताछ
बाराबंकी से एसआइटी की टीम पहुंची, गोरखपुर टीम भी हत्‍यारोपित दारोगा की कर रही तलाश।

बाराबंकी, संवाद सूत्र। गोरखपुर के मनीष गुप्ता हत्याकांड में नामजद दारोगा अक्षय मिश्रा की तलाश में विशेष जांच दल (एसआइटी) रविवार को फिर बाराबंकी पहुंची। दारोगा के घर वालों से दो घंटे पूछताछ के बाद टीम लौट गई। गौरतलब है कि हत्यारोपितों पर पुलिस ने एक लाख का पुरस्कार घोषित कर दिया है।

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कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र में रहने वाले व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के कृष्णा पैलेस होटल में 27 सितंबर को हत्या हो गई थी। व्यापारी की पत्नी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की ओर से गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना में मुकदमा कराया गया है। इसमें कोतवाल जगत नारायण सिंह, फल मंडी चौकी प्रभारी अक्षय मिश्रा उप निरीक्षक विजय यादव सहित अन्य पुलिस कर्मियों को आरोपित बनाया गया है। उनकी तलाश में एसआइटी लगी हुई है। आठ अक्टूबर को एसआइटी ने कोतवाली नगर के मोहननगर मुहल्ला स्थित दारोगा अक्षय मिश्रा के घर दबिश देकर उसके एक पुत्र को हिरासत में लिया था और बाद में उसे छोड़ दिया था।

शनिवार देर रात और फिर रविवार सुबह करीब सवा दस बजे एसआइटी फिर उनके घर पहुंची। बताया जाता है कि घर पर मौजूद दारोगा की पत्नी व अन्य लोगों से दो घंटे तक पूछताछ की गई। सुराग की आस में सभी के मोबाइल खंगाले गए। फीलखाना थाना की सरकारी जीप से आई टीम सवा बारह बजे लौट गई। वहीं, गोरखपुर के पिपराइच थाना पुलिस समाचार लिखे जाने तक शहर में डेरा डाले हुए है।

बाराबंकी में पोस्ट रहे हैं हत्यारोपित : इस बहुचर्चित हत्याकाड के मुख्य आरोपित कोतवाल जगत नारायण सिंह और चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा बाराबंकी जिले में भी तैनात रहे हैँ। बताया जाता है कि करीब 15 साल पहले अक्षय जहांगीराबाद और मसौली जबकि जगत नारायण रामनगर आदि थाने में तैनात रहे हैं। जगत नारायण का सगा भाई और भतीजा भी पुलिस विभाग में दीवान हैं और लखनऊ में तैनात हैं।


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