गाजियाबाद अंत्येष्टि स्थल हादसे में SIT ने दर्ज की FIR, मुरादनगर में दर्ज रिपोर्ट को ही बनाया आधार
गाजियाबाद के मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने से करीब 25 लोगों की मौत के मामले एसआइटी ने भी एफआइआर दर्ज कर ली है। एसआइटी ने घटना को लेकर मुरादनगर में दर्ज कराई गई एफआइआर को ही अपने केस का आधार बनाया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। गाजियाबाद के मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने से करीब 25 लोगों की मौत के मामले में विशेष जांच दल (एसआइटी) ने भी एफआइआर दर्ज कर ली है। एसआइटी ने घटना को लेकर मुरादनगर में दर्ज कराई गई एफआइआर को ही अपने केस का आधार बनाया है। एसआइटी के एसपी देवरंजन वर्मा की अगुवाई में एसआइटी की टीम मुरादनगर में जल्द छानबीन के कदम आगे बढ़ाएगी।
बता दें कि एसआइटी ने रविवार को मुरादनगर स्थित अंत्येष्टि स्थल का निरीक्षण किया था और सीबीआरआइ के विशेषज्ञों ने मौके से निर्माण कार्य की गुणवत्ता को परखने के लिए कई नमूने भी लिए थे। एसआइटी का शिकंजा अब संदेह के घेरे में आए अधिकारियों व कर्मियों से पूछताछ शुरू करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रकरण की एसआइटी जांच का निर्देश दिया था।
बीते दिनों गाजियाबाद के मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत अचानक ढह गई थी। वहां निर्माण कार्य कुछ दिनों पूर्व ही हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रकरण को बेहद गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच एसआइटी से कराने का आदेश भी दिया था। अब एसआइटी ने प्रकरण में एफआइआर दर्ज करेगी।
बता दें कि गाजियाबाद के मुरादनगर में उखलारसी अंत्येष्टि स्थल पर तीन जनवरी की सुबह सवा 11 बजे नई बनी गैलरी की छत गिरने से 25 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। सभी जयराम के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। हादसे के बाद जयराम के बेटे दीपक ने मुरादनगर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी (ईओ) निहारिका सिंह, जेई चंद्रपाल, कार्यदायी संस्था के ठेकेदार अजय त्यागी व उसके सुपरवाइजर आशीष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उक्त चार आरोपितों समेत अजय के कहने पर गैलरी का काम करने वाली फर्म के मालिक संजय को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अजय ने जेई व ईओ को 16 लाख रुपये की घूस देने की बात स्वीकार की थी।