सिग्नल पोस्ट मेट्रो यात्रियों को करेगा अलर्ट, लाल व नीली बत्ती दिखाएगी राह
भूमिगत स्टेशनों पर लगाए गए सिग्नल पोस्ट व सिग्नल पैड। यात्रियों को मिलेगी मेट्रो के आने व जाने की जानकारी।
लखनऊ, जेएनएन। स्टेशनों को हाईटेक करने के लिए लखनऊ मेट्रो ने सिग्नल पोस्ट का इस्तेमाल किया है। रेलवे ट्रैकों पर इस्तेमाल होने वाले सिग्नल पोस्ट मेट्रो स्टेशनों पर भी लाल व नीली बत्ती के जरिए बताएंगे कि मेट्रो चली गई है या खड़ी है। खासबात है कि यह मेट्रो के प्लेटफार्म को बेहतर लुक देने का काम कर रहे हैं। वहीं ट्रैक पर पीले रंग के सिग्नल पैड लगाए गए हैं, जो सेंसरयुक्त हैं। इसके जरिए मेट्रो कहां से निकली है, इसकी जानकारी कंट्रोल में बैठे कर्मी को हो जाएगी।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि एलीवेटेड स्टेशनों की तर्ज पर भूमिगत स्टेशनों पर भी इसका उपयोग किया गया है। एक निश्चित अंतराल पर सिग्नल पोस्ट लगाए गए हैं। इन सिग्नल पोस्ट के जरिए प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों को पता हो सकेगा कि मेट्रो आने वाली है या रेड सिग्नल है। कुल मिलाकर सिग्नल पोस्ट यात्रियों की धड़कन को इमरजेंसी में बढऩे व कम करने से रोकेगा, अमूमन जल्दबाजी में यात्रियों को मेट्रो की जानकारी की नहीं मिल पाती। विभाग भी यात्रियों की भीड़ देखकर मेट्रो का संचालन करता है। यात्री ज्यादा है तो कम अंतराल पर संचालन होता है और अगर यात्री प्लेटफार्म पर कम हैं तो एक से दो मिनट घटाया बढ़ाया भी जा सकता है।
65 हजार गो स्मार्ट कार्ड तैयार
मेट्रो संचालन के दौरान लखनऊ मेट्रो ने एक लाख गो स्मार्ट कार्ड बनवाए थे, इनमें करीब 35 हजार बिक चुके हैं। अब फरवरी में मेट्रो संचालन शुरू होते ही बचे हुए 65 हजार गो स्मार्ट अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों व निजी बैंक के जरिए बेचने की तैयारी है।
यात्रियों का ग्राफ बारह हजार पहुंचा
मेट्रो में सफर करने वाले प्रतिदिन यात्रियों का ग्राफ बारह हजार पहुंच गया है। पिछले दो माह से यात्रियों का ग्राफ बीच-बीच में 15 से 23 हजार तक पहुंच चुका है। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि 8.5 किमी. का यह ग्राफ 23 किमी रूट पर चलने पर सात से आठ गुना चंद माह में हो जाएगा।