Shri Ram Janmabhoomi: रामजन्मभूमि के लिए रवाना की गयी शिलाओं की दूसरी खेप
Shri Ram Janmabhoomi दूसरी खेप में दो स्तंभ शामिल प्रस्तावित मंदिर में ऐसे 318 स्तंभ लगने हैं। डेढ़ किलोमीटर दूर रामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला में तीन दशक पूर्व शुरू हुई थी पत्थरों की तराशी। अगले वर्ष जून तक राम मंदिर की नींव का काम पूरा हो जायेगा
अयोध्या, जेएनएन। Shri Ram Janmabhoomi: रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए तराशी गयी शिलाओं की दूसरी खेप रामजन्मभूमि परिसर के लिए देर शाम रवाना की गयी। इस खेप में दो स्तंभ शामिल हैं। इससे पूर्व एक स्तंभ नौ अक्टूबर को ही न्यास कार्यशाला से रामजन्मभूमि परिसर लाया जा चुका है। हालांकि, अगले वर्ष जून तक राम मंदिर की नींव का काम पूरा हो जायेगा और इसी के बाद ही तराशी गयी शिलाओं को मंदिर के रूप में शिफ्ट किये जाने का काम शुरू होगा।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के अनुसार 15 अक्टूबर यानी गुरुवार से मंदिर की नींव की पाइलिंग का निर्माण शुरू हो जायेगा ओर मई 2021 तक 1200 पाइलिंग का निर्माण पूरा हो जायेगा। प्रस्तावित मंदिर में ऐसे 318 स्तंभ लगने हैं। इनमें से 106 स्तंभ रामजन्मभूमि परिसर से डेढ़ किलोमीटर दूर रामघाट चौराहा स्थित रामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला में डेढ़-दो दशक पूर्व ही तराशे जा चुके हैं। विशाल शिला खंडों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाना काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा था। तराशी गयी शिलाओं की पहली खेप ले जाते समय राम मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था एल एंड टी और पत्थर तराशी की मुहिम से जुड़े विशेषज्ञों को खासी मशक्कत करनी भी पड़ी, पर दूसरी खेप ले जाये जाने के दौरान सहजता बयां हुई और प्रतीत हुआ कि शिलाएं समय से रामजन्मभूमि परिसर लाये जाने में अधिक कठिनाई नहीं होगी। इस मौके पर एल एंड टी के प्रतिनिधि जीसी सुथार, बृजेश सिंह, चंद्रशेखर सोमपुरा, मनोज सोमपुरा, क्रेन चालक छोटेलाल चौहान आदि सहित दर्जनों कर्मचारी सक्रिय रहे।
एक लाख घन फीट शिलाओं की हो चुकी है तराशी
प्रस्तावित मंदिर में कुल तीन लाख 75 हजार घन फीट शिलाओं की तराशी होनी है। न्यास कार्यशाला में एक लाख घन फीट शिलाओं की तराशी हो चुकी। बाकी पौने तीन लाख घन फीट शिलाओं की तराशी मंदिर निर्माण के साथ रामजन्मभूमि परिसर में ही होगी। इसके लिए राजस्थान से पत्थरों की आमद का सिलसिला इसी माह शुरू होने की संभावना है।
भीड़भाड़ होने के कारण देर शाम निकला वाहन
कार्यशाला में शिलाओं को दोपहर ही ट्रक पर लादकर रामजन्मभूमि परिसर की ओर निकलने की तैयारी पूरी कर ली गयी थी, पर मंगलवार होने की वजह से जिस मार्ग पर शिलाओं का वाहन गुजरना था, वह श्रद्धालुओं से पटा हुआ था। देर शाम श्रद्धालुओं की भीड़ छंटने पर ही तराशा गया स्तंभ लेकर लेकर ट्रक कार्यशाला से बाहर निकल सका।