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शाइन सिटी के जालसाज राशिद की पुलिस अधिकारियों ने की थी मदद, जानें- क्या है पूरा मामला

शाइन सिटी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक एवं 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपित राशिद नसीम को पुलिस महकमे के कई अधिकारियों ने मदद पहुंचाई थी। राशिद के मददगार पुलिस अधिकारी अब जांच एजेंसियों की रडार पर हैं।

By Vikas MishraEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 06:05 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 01:58 PM (IST)
शाइन सिटी के जालसाज राशिद की पुलिस अधिकारियों ने की थी मदद, जानें- क्या है पूरा मामला
जांच एजेंसियां इन पुलिस अधिकारियों का ब्योरा जुटा रही हैं।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। शाइन सिटी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक एवं 60 हजार करोड़ से अधिक की ठगी के आरोपित राशिद नसीम को पुलिस महकमे के कई अधिकारियों ने मदद पहुंचाई थी। राशिद के मददगार पुलिस अधिकारी अब जांच एजेंसियों की रडार पर हैं। ठग राशिद और उसके भाई से पुलिस अधिकारियों के गठजोड़ के साक्ष्य जांच एजेंसी को मिले हैं। जांच एजेंसियां इन पुलिस अधिकारियों का ब्योरा जुटा रही हैं। बताया जा रहा है कि जब कंपनी में लोग जमीन, हीरे और सोने के व्यवसाय में निवेश कर रहे थे, उस समय निवेशकों से संबंधित विवादों को कई पुलिस अधिकारी थाने में दबाव बनाकर समझौता कराते थे। इसके अलावा कंपनी जब किसानों से जमीन किराए पर लेती थी तो उसमे होने वाले विवाद के निस्तारण में भी अधिकारियों की भूमिका अहम होती थी। 

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कई पुलिस वालों के खातों में गए करोड़ों रुपये, एक के खिलाफ मिले साक्ष्यः राशिद नसीम और उसकी कंपनी के जालसाजी के गठजोड़ में शामिल कई पुलिस कर्मियों के खाते में करोड़ों रुपयों का ट्रांजेक्शन भी हुआ है। जांच में जुटी टीम को पूर्वांचल से जुड़े एक पुलिस कर्मी की राशिद से गठजोड़ के साक्ष्य भी मिले हैं। पुलिसकर्मी राशिद का करीबी था। पुलिस और जांच एजेंसियां अब उससे संबंधित अन्य ब्योरा खंगाल रही हैं। खास बात ये है कि पुलिसकर्मियों के सहयोग से ही राशिद विदेश भागने में सफल रहा। राशिद के खिलाफ सैकड़ों मुकदमे थे, इसके बावजूद उसे गिरफ्तार नहीं किया गया। राशिद को पुलिस अधिकारी हर कार्यवाही की जानकारी भी दे देते थे। 

35 से 40 और शिकायतें पहुंची ईओडब्ल्यू, शुरू हुई जांचः राशिद नसीम और उसकी कंपनी के खिलाफ बीते दिनों डीसीपी पूर्वी कार्यालय और गोमतीनगर कोतवाली में पीड़ितों के प्रार्थनापत्र पहुंचे हैं। इन सभी प्रार्थनापत्रों को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) भेज दिया गया। इन पीड़ितों से एक करोड़ से अधिक की ठगी हुई है। ईओडब्ल्यू ने इन सभी प्रार्थनापत्रों को जांच में शामिल कर लिया है। ईओडब्ल्यू राशिद, उसकी कंपनी और अधिकारियों के खिलाफ दर्ज करीब 366 मुकदमों की जांच कर रही है।

डीसीपी पूर्वी कार्यालय और गोमतीनगर से जो भी नए शिकायती पत्र राशिद नसीम के खिलाफ मिले हैं। उन्हें जांच में शामिल कर लिया गया है। विवेचना की जा रही है। बीते दिनों राशिद नसीम के भाई आसिफ नसीम से रिमांड पर पूछताछ में कई तथ्य और उससे जुड़े अन्य आरोपितों के बारे में टीम को जानकारी मिली है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही अन्य फरार आरोपितों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। -डीपीएन पांडेय, एसपी ईओडब्ल्यू


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