प्रियंका गांधी वाड्रा का आरोप, सराहना की बजाय आशा कार्यकर्ताओं की यूपी सरकार ने कराई पिटाई
शाहजहांपुर में कथित तौर पर पुलिस की पिटाई का शिकार आशा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को लखनऊ में मुलाकात की। प्रियंका ने आशा कार्यकर्ताओं को हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। शाहजहांपुर में पुलिस की कथित पिटाई का शिकार हुईं आशा कार्यकर्ताओं से कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को राजधानी में अपने आवास पर मुलाकात की। आशा कार्यकर्ताओं ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। प्रियंका ने उन्हें हर संभव कानूनी मदद का आश्वासन दिया।
यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना महामारी के दौरान पीड़ित लोगों की मदद की। इसके लिए उन्हें सरकार से अतिरिक्त सराहना मिलनी चाहिए थी, लेकिन संवेदनहीन सरकार उनकी पिटाई कर रही है। आशा कार्यकर्ताओं पर किया गया एक-एक वार उनके समर्पण और निष्ठा का अपमान है।
इससे पहले आशा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को बताया कि उन्हें 2018 से अपना बकाया नहीं मिला है जिसकी मांग को लेकर वे शाहजहांपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रही थीं लेकिन उन्हें पुलिस ने रास्ते में रोककर बुरी तरह पीटा। प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय के हक और उनके सम्मान के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर आशा कार्यकर्ताओं को 10,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को शाहजहांपुर गए थे। सीएम योगी की सभा के पहले आशा कार्यकर्ता मानदेय और पदोन्नति की मांग को लेकर उनसे मिलने के लिए गई थीं। उन्हें सभा में जाने से रोका गया और थाने ले जाया गया। आरोप है कि पुलिस ने आशा कार्यकर्ताओं की पिटाई की।
यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर शाहजहांपुर में आशा कार्यकर्ताओं के साथ हुए इस दुर्व्यवहार की निंदा की थी। यह भी कहा था कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 10 हजार रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। प्रियंका के लखनऊ पहुंचने पर आशा कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मिलकर अपनी बात कही।