चार महीने बाद की सीटें 34 सेकेंड में फुल, अब लंबी वेटिंग छुड़ाएगी पसीने
पुष्पक सहित मुंबई की कई ट्रेनों में अभी से वेटिंग 394 के पार ।
लखनऊ, [निशांत यादव]। इस बार गर्मी में ट्रेन का सफर करने में मौसम के साथ लंबी वेटिंग यात्रियों का पसीना छुड़ाएगी। अप्रैल माह के स्लीपर और एसी क्लास के आरक्षित टिकटों के लिए बुकिंग शुरू हो चुकी है। लखनऊ सहित कई स्टेशनों के आरक्षण काउंटरों पर पहला नंबर होने के बावजूद यात्रियों को मात्र 20 प्रतिशत सीटें ही मिल पा रही हैं। लगभग अस्सी प्रतिशत सीटें बहराइच से मुंबई और अहमदाबाद तक सक्रिय दलालों का सिंडीकेट हासिल कर रहा है। मात्र 34 सेकेंड में ही मुंबई से आने वाली सभी ट्रेनें फुल हो रही हैं। आलम यह है कि पुष्पक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में 18 अप्रैल की टेनों की वेटिंग 394 तक हो गई। जबकि, 11079 एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस की स्लीपर क्लास की वेटिंग 284 पहुंचते ही रिग्रेट हो गई है।
दरअसल, टेनों का एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (एआरपी) 120 दिन पहले खुल जाता है। इन दिनों अप्रैल माह का रिजर्वेशन खुल रहा है। अप्रैल माह में मुंबई से आने वाले लोगों की भीड़ सबसे अधिक रहती है। टिकटों की मारामारी का फायदा आइआरसीटीसी पर टिकट बनाने वाले दलालों का सिंडीकेट उठा रहा है। कई तरह के फर्जी सॉफ्टवेयर की मदद से भारतीय रेलवे खान-पान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) की वेबसाइट के अप्लीकेशन में सेंध लगाकर सुबह आठ बजते ही दलाल टिकट बना रहे हैं। सबसे अधिक डिमांड स्लीपर क्लास की है। लखनऊ में भी इसी सॉफ्टवेयर की मदद से टिकट बने हैं। स्लीपर क्लास के लिए दलाल प्रति यात्री पांच सौ और एसी क्लास के एक हजार रुपये अतिरिक्त ले रहे हैं।
टूटे दरवाजे के साथ दौड़ती रही छपरा एक्सप्रेस
लखनऊ जंक्शन से छपरा जाने वाली लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी का एक गेट टूटा पड़ा रहा। यह ट्रेन टूटे गेट के साथ ही छपरा तक पहुंच गई। इससे जहां यात्रियों में असुरक्षा रही, वहीं गेट बीच रास्ते होने से उनको उतरने और चढ़ने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने इसकी शिकायत डीआरएम से की। इसके बाद मेंटिनेंस से जुड़े अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया।
ट्रेन नंबर 15054 लखनऊ जंक्शन-छपरा एक्सप्रेस की मरम्मत पूवरेत्तर रेलवे लखनऊ में करता है। यह ट्रेन मंगलवार रात 8:53 बजे जब लखनऊ जंक्शन से छपरा के लिए रवाना हुई तो इसकी स्लीपर बोगी एस-वन का गेट टूटा पड़ा था। इस कारण बोगी में चढ़ने वाले यात्रियों को दिक्कत होने लगी। चलती ट्रेन में गेट खुला रहने पर यात्री भी भयभीत रहे। इसकी शिकायत होने पर मेंटिनेंस से जुड़े एक अधीक्षक को डीआरएम ने निलंबित कर दिया।
लखनऊ-कानपुर रेलखंड चार घंटे बाधित
लखनऊ रेल मंडल के मानक नगर सेक्शन में नॉन इंटरलॉकिंग (एनआइ) कार्य से प्रभावित कानपुर-लखनऊ मार्ग पर यात्रियों की दुश्वारियां बुधवार को और बढ़ गईं। उन्नाव में सुबह 2.30 घंटे का ब्लाक लेकर 26 मीटर पटरी बदली गई। कार्य के दौरान अप लाइन की ट्रेनें सोनिक में रोकने के बाद कॉशन पर गंतव्य को रवाना की गईं तो उन्नाव स्टेशन पर ट्रेनों के प्लेटफार्म भी बदलने पड़े।
इस रेलमार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए नया ट्रैक बिछाया जा रहा है। उन्नाव स्टेशन के अप हिस्से में बुधवार को पटरी बदलने का काम हुआ। जूनियर इंजीनियर रेल पथ रमेश यादव की मौजूदगी में ट्रैकमैन ने कार्य शुरू किया। सुबह 10:55 से दोपहर 1:25 बजे तक लखनऊ-कानपुर रूट की ट्रेनों को सोनिक में रोका गया। गुरुवार को डाउन ट्रैक पर काम होगा।
सबसे खतरनाक रेड मिर्ची
वैसे तो कई सॉफ्टवेयर दलालों के पास हैं, जो आइआरसीटीसी की वेबसाइट के अप्लीकेशन को पहले ही भर देते हैं। लेकिन, इनमें रेड मिर्ची का उपयोग सबसे अधिक होता है।
दक्षिण की ट्रेनों में आरएसी
यशवंतपुर-लखनऊ एक्सप्रेस में स्लीपर क्लास में 17 अप्रैल को आरएसी आ गई है। जबकि, एसी थर्ड में केवल सात सीटें ही खाली हैं। इसी तरह यशवंतपुर-गोरखपुर में स्लीपर की वेटिंग 41 और एसी थर्ड में आरएसी चल रही है।
अप्रैल में वेटिंग की स्थिति
ट्रेन - स्लीपर - एसी3 - एसी2
पुष्पक एक्सप्रेस - 394 - 64 - 10
एलटीटी गोरखपुर - 83 - 15 - 5
एलटीटी गोरखपुर - 284 - 131 - 12
अवध एक्सप्रेस - 128 - 30 - 7
कुशीनगर एक्सप्रेस - 67 - 12 - 4
एलटीटी लखनऊ - 175 - 67 - 8