Murder in Sitapur: सीतापुर में पुरानी रंजिश में युवक की लाठियों से पीटकर हत्या, फायरिंग से इलाके में दहशत; कई घायल
सीतापुर के मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र में रविवार देर रात पुरानी रंजिश में दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर गोलियां बरसाईं। फायरिंग से इलाका थर्रा उठा। इसमें कई लोग घायल हो गए वहीं एक की मौत हो गई।
सीतापुर, जेएनएन। मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र के मालिकयानपुर में पुरानी रंजिश में एक पक्ष ने मौका पाकर दूसरे पक्ष के युवक को लाठियों से पीट कर मार डाला। घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है। वैसे इस विवाद में किसी घायल के गोली लगने की बात सामने नहीं आई है। इस घटना में छह लोग घायल भी हुए हैं। सभी घायलों को सीएचसी डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार के बाद जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया था, जहां उनका इलाज चल रहा है। उधर, मिश्रिख कोतवाली प्रभारी मनोज यादव ने बताया कि मृतक राम सजीवन के पिता महिपाल की तरफ से पांच लोग नामजद हुए हैं। इनमें अशोक कुमार, सोहनलाल, नीरज, अमित और रजनीश हैं। इन नामजदों में पुलिस ने सोहनलाल और नीरज को गिरफ्तार भी कर लिया है। कोतवाली प्रभारी ने कहा कि गांव में फायरिंग की बात सामने नहीं आई है। हां, लाठी-डंडे से मारपीट होने की बात गांव वालों और पीड़ित परिवार ने भी बताई है।
बताया जा रहा है कि मृतक राम सजीवन रविवार देर रात खुले में शौच से लौट रहा था। गांव में गया प्रसाद और रामखेलावन के घर के सामने लगे इंडिया मार्का हैंडपंप पर वह हाथ धुल रहा था। वहीं कुछ लोगों से आपस में कहासुनी हो रही थी तो राम सजीवन ने आपस में लड़ाई न करने की बात कही। आरोप है कि विवाद कर रहे राजकिशोर, अशोक, सोहन, रजनीश, नीरज, अमित मौका पाकर उल्टे राम सजीवन पर लाठियां बरसाने लगे। सिर पर गहरी चोट होने से मिश्रिख की अच्छी डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया था। घायल हिमांचल, अनिल, वेदनाथ, तेजपाल मिश्रिख सीएससी डॉक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है। दूसरे पक्ष से नीरज और सोहन का भी घायल होना बताया जा रहा है, ये भी जिला अस्पताल लाए गए हैं। मृतक राम सजीवन के पिता महिपाल का कहना है कि पूर्व प्रधान प्रतिनिधि राजकिशोर ने उनके बेटे की हत्या के बाद अपने घर की छत पर चढ़कर लाइसेंसी राइफल से कई राउंड फायरिंग की है।
परिवार समेत लुधियाना से लौटा था पेंटर: मृतक राम सजीवन अभी पंचायत चुनाव में ही अपने पत्नी बच्चों के साथ लुधियाना से घर लौटा था। वह लुधियाना में पेंटिंग का कार्य करता था। मृतक के परिवार में उसकी पत्नी सरोजिनी और बच्चों में चार बेटियां सरस्वती, पायल, राधिका, राधा हैं। इनमें सबसे बड़ी बेटी नौ साल की सरस्वती है।
तीन भाइयों में सबसे बड़ा था मृतक राम सजीवन: महिपाल ने बताया कि उनके तीन बेटों में राम सजीवन बड़ा था। अन्य बेटों में अरुण और पुष्पेंद्र हैं। महिपाल के पास करीब छह बीघे खेती है। बेटे की मौत से उसकी मां सुरजा देवी, पत्नी-बच्चे सभी बिलख रहे थे।
विपक्षी हार गया, बहू प्रधान: मृतक राम सजीवन के पिता महिपाल ने बताया कि उनके परिवार से अशोक और राजकिशोर से पुरानी दुश्मनी है। राजकिशोर इस बार प्रधानी का चुनाव हारे हैं, जबकि महिपाल के छोटे भाई की पत्नी राजलक्ष्मी वर्मा प्रधान बन गई हैं।