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60 फुट ऊंची टंकी पर मह‍िला समेत सात लोगों का नौ घंटे चला हाई-वोल्टेज ड्रामा Lucknow News

दुबग्गा के जॉगर्स पार्क के निकट पानी की टंकी पर चढ़े लोग। महिला समेत सात लोगों का नौ घंटे तक चला हाई-वोल्टेज ड्रामा

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 09:40 AM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 07:20 AM (IST)
60 फुट ऊंची टंकी पर मह‍िला समेत सात लोगों का नौ घंटे चला हाई-वोल्टेज ड्रामा Lucknow News
60 फुट ऊंची टंकी पर मह‍िला समेत सात लोगों का नौ घंटे चला हाई-वोल्टेज ड्रामा Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में एक बार फिर अपनी बात मनवाने के लिए सोमवार सुबह करीब आठ बजे दुबग्गा के जॉगर्स पार्क पानी की टंकी पर किसान यूनियन के सात लोग चढ़ गए, जिसमें एक महिला भी शामिल थी। सभी यूनियन के लखीमपुर निवासी कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष श्यामू शुक्ला की गिरफ्तारी का विरोध व उनकी रिहाई की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की धमकी भी दी है। करीब पांच बजे एसडीएम सदर व एसपी ग्रामीण के मंगलवार को आइजी से मुलाकात करवाने और संभव मदद के आश्वासन पर नीचे उतरे। 

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ये है ड्रामे की वजह

लखीमपुर की ग्राम पंचायत कुम्भी में त्रिवेंद्र कुमार ग्राम पंचायत अधिकारी के पद तैनात थे। कुम्भी के रसूलपुर में बीती 28 अगस्त को भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक की बैठक हुई थी, जिसमें किसान नेताओ ने मंच पर बुला कर त्रिवेंद्र कुमार को अपमानित किया था, जिससे क्षुब्ध हो कर बीती चार सितंबर को त्रिवेंद्र ने आत्महत्या कर ली थी। उनके सुसाइड नोट के आधार पर यूनियन के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष श्यामू शुक्ल समेत कई लोगों के खिलाफ 147, 504, 506, 341 व एससी एक्ट की धारा मामला दर्ज हुआ था।

बीते शनिवार को संडीला चौराहे पर पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया था। इसको लेकर किसान यूनियन के पदाधिकारी अर्जुन सिंह, मानवेन्द्र सिंह, आकाश रावत, उर्मिला, राम रावत, कमलेश रावत, रमेश गौतम रिहाई की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। यूनियन के जिलाध्यक्ष मनीष यादव व अतुल समेत कई वरिष्ठ किसान नेताओं ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की न सुनी।

 

एक माह पहले इसी टंकी पर चढ़ा था अधिवक्ता परिवार 

बीते चार अक्टूबर को हरदोई के एक अधिवक्ता परिवार के सात लोग के साथ इसी टंकी पर चढ़ गए थे। टंकी पर चढ़कर खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह की धमकी भी दी थी।

पानी टंकी की सुरक्षा पर सवाल 

पानी टंकी परिसर का गेट हमेशा खुला रहता है और वहां चौकीदार की भी कोई व्यवस्था नहीं है। इसका ही नतीजा है कि वहां पर कोई भी व्यक्ति आसानी से दाखिल होकर टंकी पर चढ़ सकता है।


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