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यूपी में कोविड-19 के कम्युनिटी स्प्रेड का पता लगाने के लिए चार सितंबर से शुरू होगा सीरो सर्वे

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सीरो सर्वे करने के लिए पहले चरण का प्रशिक्षण मंगलवार को और दूसरे चरण का प्रशिक्षण तीन सितंबर को किया जाएगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 10:31 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 10:09 AM (IST)
यूपी में कोविड-19 के कम्युनिटी स्प्रेड का पता लगाने के लिए चार सितंबर से शुरू होगा सीरो सर्वे
यूपी में कोविड-19 के कम्युनिटी स्प्रेड का पता लगाने के लिए चार सितंबर से शुरू होगा सीरो सर्वे

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण (कम्युनिटी स्प्रेड) का पता लगाने के लिए चार से छह सितंबर तक 11 जिलों में सीरो सर्वे किया जाएगा। जिन जिलों में सीरो सर्वे होगा, उनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, आगरा, गाजियाबाद, बागपत, मुरादाबाद, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज और कौशांबी शामिल है। प्रत्येक जिले में 1080 लोगों के रक्त नमूने लिए जाएंगे और इन्हें जांच के लिए लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेजा जाएगा। नतीजों के अनुसार ही आगे की जांच की जाएगी।

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अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सीरो सर्वे करने के लिए पहले चरण का प्रशिक्षण मंगलवार को और दूसरे चरण का प्रशिक्षण तीन सितंबर को किया जाएगा। सीरो सर्वे से यह पता लगाने मदद होगी किस अनुपात में आबादी कोरोना से संक्रमित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के खून के सीरम की जांच की जाती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडी की मौजूदगी के साथ ही यह पता चल जाता कि कौन व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित था और अब ठीक हुआ।

फिलहाल इस सीरो सर्वे के नतीजों के अनुसार ही कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए नए सिरे से रणनीति तैयार की जाएगी। मालूम हो कि पहले सीरो सर्वे का काम 28 अगस्त से शुरू होना था, लेकिन कई अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने से इसे टाल दिया गया। लखनऊ के सीएमओ डॉ.आरपी सिंह, एडिशनल सीएमओ डॉ.ए.राजा, डिप्टी सीएमओ डॉ.वाई के सिंह, केजीएमयू में माइक्रोबायोलाजी विभाग की हेड प्रो.अमिता जैन और आगरा सीएमओ कार्यालय के कुछ कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव थे, ऐसे में इसे टाल दिया गया था।

बता दें कि सीरो सर्वे से यह पता लगाने में मदद होती है कि किस अनुपात में आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई है। सीरो सर्वे में किसी क्षेत्र में रहने वाले कई लोगों के सीरम की जांच होती है। लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के एंटीबाडी मौजूद हैं या नहीं, इसका भी पता चलता है। साथ ही इसकी भी जानकारी होती है कि कौन व्यक्ति कब संक्रमित हुआ और कब ठीक हो गया। यूपी में अभी तक दो लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अगस्त में कोरोना वायरस का संक्रमण तेज हुआ है। ऐसे में सीरो सर्वे के नतीजों के अनुसार इस पर काबू पाने में आसानी होगी।


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