लखनऊ में माफिया के गुर्गों की तलाश में 42 ठिकानों पर छापेमारी, घातक सामग्री बरामद
मुख्तार अंसारी सीरियल किलर भाई खान मुबारक अन्नू त्रिपाठी सुरेंद्र कालिया आदि के साथियों को तलाशा। 48 टीमों ने 11 आरोपितों को दबोचा 21 अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ। तीन पिस्टल 30 कारतूस वायरलेस सेट बुलेट प्रूफ गाड़ी और टिफिन बम बनाने की सामग्री भी बरामद खुफिया एजेंसियां अलर्ट।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ पुलिस ने मंगलवार को माफिया की जड़ पर वार किया। उसके गुर्गों की तलाश में 42 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। इस दौरान बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी, सीरियल किलर भाई, खान मुबारक, सुरेंद्र कालिया व अन्नू त्रिपाठी समेत अन्य के गिरोह में शामिल बदमाशों के ठिकानों पर पुलिस की 48 टीमों ने दबिश दी। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक इस कार्रवाई में कुल 11 अपराधियों को पकड़ा है, जबकि 21 अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभियान में बड़ी मात्रा में कारतूस, अवैध असलहे के साथ ही बम बनाने की सामग्री तक बरामद हुई। पुलिस आयुक्त ने बताया कि कुछ दिन से लखनऊ में लोगों से वसूली, अवैध कब्जा, धमकी और रंगदारी मांगने वाले गिरोह पर पुलिस नजर रख रही थी। सूचना जुटाने के बाद मंगलवार दोपहर अलीगंज, विभूतिखंड, कैसरबाग, सरोजनीनगर, गोमतीनगर, चौक, हुसैनगंज, कैंट व हजरतगंज समेत अन्य इलाकों में एकसाथ दबिश दी गई। सभी टीमों का नेतृत्व डीसीपी कर रहे थे।
तहखाने में मिली टिफिन बम बनाने की सामग्री
दबिश में विभूतिखंड पुलिस ने मुख्तार गिरोह के खास गुर्गे अभिषेक बाबू को एसटीएफ के एक बर्खास्त सिपाही के घर से गिरफ्तार कर लिया। उस पर 14 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार और उसके गिरोह के इशारे पर वह ट्रांसगोमती क्षेत्र में जमीनों पर कब्जे करता था। लोगों को धमकी देकर उनसे वसूली करता था। उसके पास से दो पिस्टल और 24 कारतूस बरामद किए हैं। अभिषेक के घर में तहखाना मिला, जिसके भीतर पुलिस ने 24 टिफिन और टिफिन बम बनाने की सामग्री बरामद की। इनका इस्तेमाल आरोपित मड़ियांव, अलीगंज, विकासनगर, गोमतीनगर, विभूतिखंड व गुडंबा इलाके में दहशत फैलाने के लिए करता था। अलीगंज निवासी अभिषेक के खिलाफ सीबीसीआइडी जांच चल रही है।
खुफिया एजेंसियां भी जुटीं
लखनऊ पुलिस ने खुफिया एजेंसियों को अभिषेक के बारे में जानकारी दी। अब ये एजेंसियां अभिषेक से बम बनाने के बारे में जानकारी जुटाएंगी। अभिषेक नए अपराधियों को शरण देता था और उनसे वसूली करवाता था। यही नहीं, मुख्तार गैंग का ही आशियाना में रहने वाला गुड्डू गैसवाला भी दबोचा गया है। इसके पास से विभिन्न संपत्तियों व अवैध उगाही से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। वहीं सीरियल किलर भाइयों सलीम, सोहराब व रुस्तम के गिरोह के कैंट निवासी नदीम, मोनू, विशाल, शोएब व शहजाद कुरैशी पकड़े गए। शहजाद दिल्ली में हुई एक लूटकांड में भी शामिल था।
प्रदीप सिंंह के यहां मिली बुलेट प्रूफ कार
मुख्तार गैंग में शामिल प्रदीप सिंंह के गोमतीनगर स्थित आवास से पुलिस टीम ने एक बुलेट प्रूफ कार बरामद की। पुलिस आयुक्त का कहना है कि बुलेट प्रूफ कार से संबंधित दस्तावेज नहीं मिले हैं, जिसे सीज कर लिया गया है। खास बात यह है कि प्रदीप सिंह के घर से मोटोरोला के पांच वायरलेस सेट मिले हैं। इनसे पुलिस की फ्रिक्वेंसी भी पकड़ी जा सकती है। प्रदीप के पिता जीपी सिंह सीओ पद से सेवानिवृत्त हैं। गोमती नगर में हुए तारिक हत्याकांड में पिता-पुत्र का नाम आया था।
खून बेचने का काला कारोबार भी उजागर
पुलिस ने दबिश में दीपक उर्फ दीपू गैंग के आकाश को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस आयुक्त का कहना है कि आकाश खून की सप्लाई का काम करता था। आकाश के घर से बड़ी संख्या में थर्माकोल इंजेक्शन बरामद हुए हैं। आरोपित का साथी राजीव भी पकड़ा गया है। पुलिस अन्य के बारे में पता लगा रही है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि पकड़े गए सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी। वहीं सुरेंद्र कालिया गैंग के उन्नाव में रहने वाले ऋषभ और हुसैनगंज निवासी आकाश पकड़े गए हैं। आकाश सट्टा लगवाता है, जिसके पास से एक कार बरामद हुई है। हिरासत में लिए गए 21 संदिग्धों से 30 पुलिसकर्मियों की चार टीमें पूछताछ कर रही हैं। बरामद दस्तावेज व मोबाइल फोन की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। सभी 32 लोगों की सूची बनाकर पुलिस इनके बारे में पड़ताल कर रही है।