Move to Jagran APP

दबाव लाया रंग, सीएम अखिलेश का रिश्तेदार एटा से बरेली जेल शिफ्ट

दो हत्याओं के आरोपी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ममेरे बहनोई ने एटा की जिला जेल में बवाल बचा रखा था। सत्ता का नशा होने के कारण उसकी हरकतों से ऊबकर जेल प्रशासन के अधिकारियों ने जब कल सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की, तब सरकार बैकफुट पर आ गई। आज

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 14 Mar 2015 03:18 PM (IST)Updated: Sun, 15 Mar 2015 09:25 AM (IST)
दबाव लाया रंग, सीएम अखिलेश का रिश्तेदार एटा से बरेली जेल शिफ्ट

लखनऊ। दो हत्याओं के आरोपी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ममेरे बहनोई ने एटा की जिला जेल में बवाल बचा रखा था। सत्ता का नशा होने के कारण उसकी हरकतों से ऊबकर जेल प्रशासन के अधिकारियों ने जब कल सामूहिक इस्तीफा देने की घोषणा की, तब सरकार बैकफुट पर आ गई। आज सौरभ यादव को एटा से बरेली जेल भेजा गया।

loksabha election banner

दोहरे हत्याकांड के आरोप में एटा जेल में बंद सीएम अखिलेश यादव के नजदीकी रिश्तेदार सौरभ यादव के कारण बीते एक हफ्ते से एटा जिला जेल में लभगभ रोज बवाल होता था। इससे परेशान होकर जेल प्रशासन के सभी अधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने के घोषणा करने के साथ ही सामूहिक तबादला भी मांगा था। मामला जब शासन पहुंचा तब लखनऊ से सौरभ को बरेली सेंट्रल जेल शिफ्ट करने का फरमान जारी किया गया।

अफसरों के बगावती तेवर

सौरभ यादव की हरकतों से अफसरों ने बगावती तेवर अपना लिया था। उसके रौब को लेकर बंदी रक्षक से लेकर जेल अधीक्षक तक नौकरी छोडऩे को तैयार थे। डीएम व आइजी को पत्र भेजकर कह दिया गया था कि या तो सीएम के रिश्तेदार को दूसरी जेल भेजा जाए या फिर उन सभी का तबादला कर दिया जाए। जेल में तीन मार्च को जेल में कैदियों ने बंदी रक्षकों की पिटाई करने पर जमकर बवाल काटा था। मुख्यमंत्री की ममेरी बहन के पति ग्राम प्रधान सौरभ यादव की इसमें शामिल था। उसको लेकर जेल अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। जेल अधीक्षक से लेकर बंदी रक्षकों के पत्र में लिखा गया है कि सौरभ यादव ही जेल में चल रहे बवाल की वजह है। वह बंदियों में असंतोष भड़का रहा है। जेल प्रशासन पर दबाव बनाया जाता है। पत्र में कहा है कि ऐसे में जेल में काम करना मुश्किल हो गया है। जेल में कभी भूख हड़ताल तो कभी संघर्ष की स्थिति बन जाती है। पत्र में साफ लिखा गया है कि मुख्यमंत्री के रिश्तेदार को यहां से हटाकर अन्य जेल में भेजें। अगर ऐसा नहीं होता है, तो पूरे स्टाफ का तबादला कर दिया जाए। वरिष्ठ अधिकारियों से यहां तक कह दिया कि चाहे उनकी बर्खास्तगी हो जाए, मगर जमीर को गिरवी रख मुख्यमंत्री के रिश्तेदार के रहते एटा जेल में नहीं रहना चाहते। जेल स्टाफ का पत्र उच्च अधिकारियों को मिलने के बाद कल डीआइजी जेल केदारनाथ पहुंचे।

मुख्यमंत्री का ममेरा बहनोई है सौरभ

एटा जेल में बंद सौरभ यादव सीएम अखिलेश यादव का ममेरा बहनोई है। 22 अप्रैल 2014 को पिलुआ थाना क्षेत्र के गुलाबपुर गांव में जमीन के विवाद में गोली कांड हुआ था, जिसमें दो लोग मारे गए थे। इसमें पुलिस ने मिरहची थाना क्षेत्र के कादरपुर गांव के प्रधान सौरभ यादव और उसके सरकारी गनर को गिरफ्तार किया था, तबसे सौरभ जेल में ही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.