अब एक्सप्रेस-वे पर नियम तोडे़ तो रोडवेज चालक-परिचालक को भरना होगा जुर्माना
नियम तोड़ने पर चालक से 80 फीसद और ड्राइवर को सचेत न करने पर परिचालक से 20 प्रतिशत धनराशि जाएगी वसूली।
लखनऊ, जेएनएन। चालकों की लापरवाही से एक्सप्रेस वे पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए परिवहन निगम प्रबंधन ने अब सीधे तौर पर चालक परिचालक की जवाबदेही तय कर दी है। ओवरस्पीडिंग या फिर गलत साइड से लेन बदली तो इसकी वसूली चालक-परिचालक के वेतन से की जाएगी।
निगम प्रबंधन यूपीडा और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के तकनीकी साधनों का उपयोग कर हर माह चालान और डाटा संकलित कर नियम तोड़ने वालों से इसकी वसूली करेगा। इस आशय के निर्देश प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को जारी कर दिए गए हैं। नियम तोड़ने पर चालक से 80 फीसद और ड्राइवर को सचेत न करने पर परिचालक को 20 प्रतिशत धनराशि देनी हाेगी। एमडी ने बताया कि डाटा का परीक्षण कर ऐसे चालकों/परिचालकों को चिन्हित किया जायेगा जिनके द्वारा ओवर स्पीडिंग एवं लेन ब्रेकिंग की गई है। यही नहीं ऐसे चालकों की काउंसलिंग की जाएगी। उसके बाद ही उन्हें बस की स्टेयरिंग दी जाएगी।
परिवहन ऑफिस की मॉनीटरिंग में आ रही बाधा दूर करने को रेलटेल से अनुबंध
प्रदेश की बस सेवाओं का हाल हो या डिपो की मॉनीटरिंग और क्षेत्रीय अफसरों के बीच सीधा संवाद कायम करने के लिए परिवहन निगम प्रशासन सबसे पहले अपनी कनेक्टिविटी को दुरुस्त करेगा। इसके लिए रेलटेल से इसी माह अनुबंध होने जा रहा है। अभी तक रोडवेज का हर क्षेत्र अलग-अलग दूरसंचार कंपनियों से जुड़ा है जिससे क्षेत्रों में बराबर दिक्कतें बनी रहती हैं। इससे गंभीर मसलों की मानीटरिंग में बाधा खड़ी रहती है।