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लखनऊ में एसपी विजिलेंस और डीसीपी ट्रैफिक को राष्ट्रपति पदक, जान‍िए क्‍यों हुआ चयन

गणतंत्र दिवस के अवसर पर एसपी विजिलेंस और डीसीपी ट्रैफिक को राष्ट्रपति का पदक देकर सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर भर्ती बोर्ड में तैनात एएसपी एटीएस में तैनात दो डिप्टी एसपी को डीजीपी पदक और कई अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 25 Jan 2022 09:33 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 07:30 AM (IST)
लखनऊ में एसपी विजिलेंस और डीसीपी ट्रैफिक को राष्ट्रपति पदक, जान‍िए क्‍यों हुआ चयन
सहानीय और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति और डीजी पदक से सम्मानित होंगे अधिकारी।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। सराहनीय और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर एसपी विजिलेंस और डीसीपी ट्रैफिक को राष्ट्रपति का पदक देकर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, भर्ती बोर्ड में तैनात एएसपी, एटीएस में तैनात दो डिप्टी एसपी को डीजीपी पदक और कई अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।

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बाहुबली विधायक के सात साल तक फरारी काटने वाले शूटर को मार गिराया था : साहसी और निर्भीक एसपी विजिलेंस आरविंद चतुर्वेदी को वीरता पुरस्कार के बाद अब राष्ट्रपति के सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। अरविंद चतुर्वेदी ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के सात सात तक फरार रहे शूटर फिरदौस को मुंबई में मार गिराया था। वर्ष 2006 के दौरान फिरदौस के आतंक से व्यवसायी, राजनेता सभी त्रस्त हो चुके थे। ऐसे में उस समय एसटीएफ में तैनात बहादुर अफसर अरविंद चतुर्वेदी ने अपनी टीम के साथ फिरदौस को खोज निकाला था। एसटीएफ की टीम मुंबई के मलाड में फिरदौस को दबोचने के लिए उसका पीछा ही कर रही थी कि वह और उसके शूटर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। लगातार हो रही फायिरंग के बाद भी अरविंद चतुर्वेदी डरे नहीं और फिरदौस का पीछा करते रहे। अंत में पुलिस की जवाबी फायिरंग में फिरदौस मारा गया।

इस बहादुरी के लिए गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति का वीरता पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया था। एसपी अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि फिरदौस मूल रूप से रायबरेली का रहने वाला था। भाजपा के मोहम्मदाबाद विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में उसका हाथ था। इसके बाद उसने फरारी के दौरान ही महानगर में बद्री सर्राफ के यहां डकैती की वारदात की थी। डकैती में वह मुख्य अभियुक्त था। 50 हजार का इनामी था। सात साल की फरारी के दौरान फिरदौस ने कई जघन्य हत्याकांड, लूट और डकौती की थी। 26 जनवरी को राष्ट्रपति के सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। अरविंद चतुर्वेदी बताते हैं यह पदक अपनी पत्नी रागिनी को समर्पित कर रहा हूं। जिनके निरंतर सहयोग और समर्थन से मैं विभाग और समाज के प्रति उत्तरदायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाहन कर रहा हूं।

अपराधियों की कमर तोड़ने वाले अफसर को राष्ट्रपति पदक : अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर उनकी कमर तोड़ने वाले सीओ हरीश भदौरिया को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा। हरीश वर्तमान में बागपत के बड़ौत में तैनात हैं। 1990 बैच के दारोगा भर्ती हरीश भदौरिया को आउट आफ टर्न पदोन्नित मिली है। 2015 में वह पीपीएस हुए। इसके पहले 2021 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए गृह मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान सीओ हरीश भदौरिया का हंगामा और बवाल रोकने में सराहनीय योगदान रहा।

डीसीपी ट्रैफिक : सुभाष चंद्र शाक्य : दो सिल्वर, एक गोल्ड के बाद अब राष्ट्रपति पदक

प्लानिंग और क्रियान्वयन में माहिर शहर में तैनात डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र शाक्य को गणतंत्रदिवस के मौके पर सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक दिया जाएगा। इसके पहले 2013-15 में उन्हें डीजी के रजत और 2020 में स्वर्ण पदक से नवाजा गया था। हाल ही में पीएसी 39 बटालियन से लखनऊ की ध्वस्त ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सुभाष चंद्र शाक्य को दी गई है। सुभाष चंद्र शाक्य 2001 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। 2013 में वह आइपीएस बने।

आतंकियों को पकड़ने वाले दो एटीएस के दो डिप्टी एसपी को डीजीपी का प्रशंसा चिन्ह : आतिकयों के खिलाफ कार्रवाई और अवैध रूप से रह रहें बांग्लादेशियों, मानव तस्करी में संलिप्त गिरोह का राजफाश करने वाले एटीएस के डिप्टी एसपी राजीव द्विवेदी और विपिन राय को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए डीजीपी का प्रशंसा चिन्ह दिया जाएगा। दोनों अधिकारी 2001 बैच के दारोगा हैं। सिंघम के नाम से विभाग में फेमस हैं। दोनों अधिकारियों को आउट आफ टर्न पदोन्नित भी मिली है। वहीं, एटीएस के मुख्य आरक्षी गौरव सिंह को भी सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा।

भर्ती बोर्ड में तैनात एएसपी को प्लेटिनम : पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नित बोर्ड में तैनात एएसपी रश्मि रानी को डीजीपी का प्रशंसा चिन्ह प्लेटिनम दिया जाएगा। वह कई सालों से भर्ती बोर्ड में तैनात हैं। बीते कुछ माह पहले भर्ती बोर्ड में साल्वर गिरोह के खिलाफ भी रश्मि रानी ने कार्रवाई करवाई थी। सिपाही भर्ती में अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वरों ने परीक्षा दी थी। इस मामले में रश्मी रानी ने कार्रवाई कराई थी। रश्मि के पति एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा एडीसीपी पश्चिम हैं।

डीजीपी कार्यालय में तैनात दारोगा को राष्ट्रपति पदक : डीजीपी कार्यालय में तैनात दारोगा केसी मिश्रा को सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 2015 में भी केसी मिश्रा को राष्ट्रपति का पदक मिल चुका है। 2019 में रजत और 2021 में स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जा चुका है।


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