Religion Conversion in UP: मौलाना कलीम के बेटे ने भी खरीदी हैं कई संपत्तियां, 30 करोड़ की फंडिंग के मिले साक्ष्य
एटीएस ने मंगलवार को मौलाना कलीम के दिल्ली स्थित आवास समेत चार ठिकानों पर छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर अपनी पड़ताल तेज की है। मौलाना कलीम की जमीयत इमाम वलीउल्ला ट्रस्ट के खातों में आई रकम को कई राज्यों में भेजा गया था।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। अवैध मतांकरण के लिए देश-विदेश से हो रही फंडिंग की रकम से मौलाना कलीम सिद्दीकी कीमती संपत्तियां जुटा रहा था। केवल इतना ही नहीं, अपने कुनबे को भी मजबूत करने में जुटा था। मौलाना के बड़े बेटे ने भी बीते एक वर्ष के भीतर कई कीमती संपत्तियां खरीदी थीं। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की जांच अब इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है। सूत्रों का कहना है कि मौलाना व उसके बेटे की नोएडा, मेरठ, दिल्ली, मुजफ्फरनगर व कुछ अन्य शहरों में संपत्तियां सामने आई हैं, जिनकी छानबीन तेज की गई है। एटीएस इन संपत्तियों के दस्तावेज जुटाने का प्रयास कर रही है। वहीं मौलाना कलीम की ट्रस्ट के खातों की छानबीन में अब तक 30 करोड़ रुपये की फंडिंग के साक्ष्य मिले हैं। ट्रस्ट के कुछ अन्य खातों का ब्योरा अभी सामने आना बाकी है। मौलाना कलीम के परिवार के बैंक खातों का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है।
एटीएस ने मंगलवार को मौलाना कलीम के दिल्ली स्थित आवास समेत चार ठिकानों पर छापेमारी के दौरान मिले दस्तावेजों के आधार पर अपनी पड़ताल तेज की है। मौलाना कलीम की जमीयत इमाम वलीउल्ला ट्रस्ट के खातों में आई रकम को कई राज्यों में भेजा गया था। अब उन लोगों के बारे में भी छानबीन तेज की गई है, जिन्हें फंडिंग की रकम भेजी गई है। महाराष्ट्र से भी ट्रस्ट के खातों में रकम भेजी गई थी। मौलाना कलीम की संपत्तियां सामने आने के बाद एटीएस के निशाने पर कुछ बिल्डर भी आ गए हैं। दूसरी ओर मुख्य आरोपित उमर गौतम के परिवार के नाम भी कई संपत्तियां होने की जानकारी सामने आई है।
एटीएस ने बुधवार को आरोपित महाराष्ट्र के यवतमाल निवासी धीरज जगतपाल को पुलिस रिमांड पर लेकर उससे नए सिरे से पूछताछ शुरू की है। खासकर अवैध मतांतरण के लिए वाट्सएप के जरिए की जा रही गतिविधियों की जांच भी शुरू की गई है। आरोपित मु.इदरीस से भी और पूछताछ की जाएगी। अवैध मतांतरण के मामले में एटीएस अब तक उमर गौतम व मौलाना कलीम समेत कुल 15 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। जल्द कुछ अन्य आरोपितों पर भी कानूनी शिकंजा कस सकता है।