UP NEET Counselling: नीट यूजी के सफल अभ्यर्थियों को राहत, अब शुक्रवार तक जमा कर सकेंगे फीस
UP NEET UG Counselling नीट यूजी 2020 काउंसिलंग में हिस्सा लेने वाले वे अभ्यर्थी जिन्हें सीट आवंटित कर दी गई है लेकिन अब तक किन्हीं कारणों से फीस नहीं जमा कर पाए हैं तो उन्हें अब शुक्रवार तक फीस जमा करने का मौका दिया गया है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। नीट यूजी 2020 काउंसिलंग में हिस्सा लेने वाले वे अभ्यर्थी जिन्हें सीट आवंटित कर दी गई है, लेकिन अब तक किन्हीं कारणों से फीस नहीं जमा कर पाए हैं तो उन्हें अब शुक्रवार तक फीस जमा करने का मौका दिया गया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में दाखिले के लिए अभ्यर्थी अभी तक बुधवार तक ही फीस जमा कर सकते थे, लेकिन दीपावली के अवकाश के कारण उन्हें हुई कठिनाई को देखते हुए फीस जमा करने की तारीख बढ़ाई गई है।
पहली काउंसिलिंग में शामिल हुए ऐसे अभ्यर्थी जिन्हें सीट आवंटित कर दी गई है, लेकिन उन्होंने अभी तक दाखिला नहीं लिया है, अगर वे आवंटित सीट से त्यागपत्र देना चाहते हैं तो दूसरे चक्र की काउंसिलिंग शुरू होने से पहले दो दिसंबर तक त्यागपत्र दे सकते हैं। ऐसे अभ्यर्थियों को 10 प्रतिशत की कटौती के साथ शिक्षण शुल्क व धरोहर राशि वापस होगी। वहीं ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने आवंटित सीट पर दाखिला ले लिया है उनकी 50 प्रतिशत फीस काट ली जाएगी। दो दिसंबर के बाद सीट छोड़ने के लिए आवेदन करने पर पूरी फीस व धरोहर राशि जब्त होगी।
बता दें कि नीट यूजी काउंसलिंग 2020-21 के तहत एमबीबीएस कोर्स में दाखिले के लिए करीब 18 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और निजी मेडिकल कॉलेजों में इस बार 1178 सीटें बढ़ाई गई हैं। अब सीटें बढ़कर 7,078 हो गई है। वहीं, प्रदेश के 24 निजी मेडिकल और 19 डेंटल कॉलेजों में फीस भी तय कर दी गई है। एमबीबीएस कोर्स के लिए न्यूनतम 10.40 लाख रुपये से लेकर अधिकतम 12.72 लाख रुपये तक वार्षिक फीस निर्धारित की गई है। वहीं, बीडीएस कोर्स की फीस न्यूनतम 2.93 लाख रुपये से लेकर अधिकतम 3.65 लाख रुपये सालाना तय की गई है। फीस नियममन कमेटी ने 10 प्रतिशत से लेकर 20 फीसद तक शुल्क में इस बार बढ़ोतरी की है। निजी कॉलेजों के संसाधन, उनके खर्चे और महंगाई को देखते हुए कमेटी ने फीस तय की है।
एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज के विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ-साथ हॉस्टल, सिक्योरिटी डिपॉजिट और डेवलपमेंट फीस सहित अन्य शुल्क भी अलग से देने होंगे। एमबीबीएस के विद्यार्थियों को हॉस्टल में एसी रूम का 1.75 लाख रुपये, नॉन एससी रूम का 1.50 लाख रुपये वार्षिक शुल्क, तीन लाख रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट व 80 हजार रुपये विविध शुल्क देना होगा। वहीं, बीडीएस के विद्यार्थियों हॉस्टल में एसी रूम का 1.05 लाख, नॉन एसी रूम का 85 हजार रुपये वार्षिक शुल्क, तीन लाख रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट व 40 हजार रुपये विविध शुल्क देना होगा। सिक्योरिटी डिपॉजिट बाद में वापस कर दी जाएगी।