मिले 310 करोड़, फैजाबाद होकर डबलिग शुरू
जेएनएन लखनऊ। आने वाले दिनों में लखनऊ से बाराबंकी होकर फैजाबाद के रास्ते वाराणसी जा
जेएनएन, लखनऊ। आने वाले दिनों में लखनऊ से बाराबंकी होकर फैजाबाद के रास्ते वाराणसी जाते हुए ट्रेनों को सिगल लाइन पर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इस ट्रैक की डबलिग का पहले फेस का काम शुरू हो गया है। रेल मंत्रालय ने लाइन की डबलिग के लिए 310 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। लाइन की डबलिग के साथ ही रेलवे विद्युतीकरण भी करेगा, जिससे ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ेगी।
लखनऊ से फैजाबाद होकर वाराणसी रेलखंड पर बाराबंकी से जफराबाद अब तक सिगल लाइन है। इस कारण कई जगहों पर दो ट्रेनों के आने पर उनको क्रासिग के कारण 20 मिनट से आधा घंटा रुकना पड़ता है। रेलवे ने इस रूट की डबलिग की योजना को चार साल पहले मंजूरी दी थी। यह काम दो चरण में होगा। पहले चरण में जफराबाद से अकबरपुर तक दूसरे चरण में अकबरपुर से बाराबंकी तक दोहरीकरण किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि के शिलान्यास के समय प्रधानमंत्री नरेंद मोदी अयोध्या आए थे। उसी समय रेल मंत्रालय ने उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल को 310 करोड़ रुपये जारी किए थे। जफराबाद से अकबरपुर के लिए भूमि को समतल बनाने का काम भी शुरू हो गया है। पिछले दिनों डीआरएम संजय त्रिपाठी ने दोहरीकरण प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया था। लाइन की डबलिग और विधुतीकरण के बाद फैजाबाद होकर वाराणसी तक जाने में एक घंटे का समय बचेगा, साथ ही विधुतीकरण के बाद रेलवे अयोध्या को मेमू सर्विस से जोड़ सकेगा। रेलवे ने लॉकडाउन के बाद इस सिगल ट्रैक को अपग्रेड भी किया है। अब यह लाइन 130 किलोमीटर प्रतिघंटा के लिए तैयार हो गई है।
रेल मंत्रालय ने फैजाबाद होकर वाराणसी तक लाइन डबलिग के लिए 310 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। पहले फेस का काम भी शुरू हो गया है।
संजय त्रिपाठी, डीआरएम लखनऊ