बाराबंकी में कोटेदार की अनोखी शर्त...कोरोना जाँच कराओ तभी मिलेगा राशन, मचा हंगामा; पांच पर मुकदमा
ग्रामीणों के मुताबिक सीएचसी कोठी एलटी गोपाल प्रसाद इंद्रेश संतोष कुमार व चालक आकाश कोरोना जांच करने कोटेदार की दुकान के पास ही जाकर बैठ गए। कोटेदार ने जांच न कराने पर राशन देने से इंकार कर दिया। 10 लोगों की जांच के लिए नमूना लिया जा चुका था।
बाराबंकी, जेएनएन। कोठी थाना के ग्राम कोटवा में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब कोरोना की जांच न कराने पर राशन देने से कोटेदार ने इन्कार कर दिया। ग्रामीणों की नाराजगी इतनी बढ़ी कि जांच टीम को लाठी डंडा से मारने-पीटने पर उतारू हो गए। जांच टीम के सदस्य किसी तरह जान बचाकर भागे। ग्रामीणों ने कोटेदार का राशन वितरण रजिस्टर भी फाड़ दिया।
हालांकि एसडीएम हैदरगढ़ शालिनी प्रभाकर ने कोरोना की जांच कराने वालों को ही राशन दिए जाने जैसी शर्त रखे जाने की जानकारी से इन्कार किया है। उनका कहना है कि राशन लेने लोग कोटेदार के यहां आ रहे थे इसलिए जांच टीम कोटेदार की दुकान के निकट जांच के लिए मौजूद थी ताकि आसानी से ग्रामीणों से संपर्क हो सके।
ग्रामीणों के मुताबिक सीएचसी कोठी एलटी गोपाल प्रसाद, इंद्रेश, संतोष कुमार व चालक आकाश कोरोना जांच करने कोटेदार की दुकान के पास ही जाकर बैठ गए। कोटेदार ने जांच न कराने पर राशन देने से इंकार कर दिया। 10 लोगों की जांच के लिए नमूना लिया जा चुका था। इसी बीच रेवती पुरवा गांव के लोग राशन लेने पहुंचे तो उन्होंने कोरोना जांच से मना किया। रेशमा नामक महिला ने जांच का विरोध किया तो जांच टीम के सदस्य ने अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया। इसका गांव के कुछ नौजवानों ने विरोध किया। इस घटना से संबंधित वायरल वीडियो में ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर शोर मचा रहे हैं। ग्रामीणों को देखकर स्वास्थ्य कर्मी अपना सामान समेटकर कार में बैठने के लिए जाते दिख रहे हैं।
जांच टीम की ओर से कोठी थाने में की गई तहरीर में कहा गया है कि ग्राम रेवती पुरवा के इंदल कुमार, महादेवा, जैसीराम, सुभाष, रामविलास व रेशमा सहित अन्य लोगों ने जांच से मना किया और लाठी-डंडों से लैस होकर हमला करने के लिए टीम पर दौड़ पड़े। कोठी थाने के प्रभारी व उपनिरीक्षक सोहेल खान ने बताया कि पांच ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।