निवेशकों की रकम से दुबई में ऐश कर रहा बिल्डर राशिद, आरोपितों पर पांच-पांच लाख का इनाम घोषित
लखनऊ में सस्ते मकान व अन्य आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर निवेशकों की गाढ़ी कमाई लूटने वाले शाइन सिटी ग्रुप आफ कंपनीज के सीएमडी राशिद नसीम की तलाश के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है। ईओडब्ल्यू को राशिद के दुबई में अपना ठिकाना बनाने की आशंका है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। लखनऊ में सस्ते मकान व अन्य आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर निवेशकों की गाढ़ी कमाई लूटने वाले शाइन सिटी ग्रुप आफ कंपनीज के सीएमडी राशिद नसीम की तलाश के लिए इंटरपोल की मदद ली जा रही है। ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) को राशिद के दुबई में अपना ठिकाना बनाने की आशंका है, जिसके चलते जांच एजेंसियां अब उसके विरुद्ध रेड कार्नर नोटिस जारी कराने का प्रयास कर रही हैं। राशिद के विरुद्ध लुकआउट नोटिस जारी हो चुका है। छानबीन के दौरान राशिद नसीम के कुछ करीबियों से पूछताछ में उसके दुबई में छिपे होने की पुख्ता जानकारियां दी हैं। राशिद तक पहुंचने के लिए दुबई दूतावास के अधिकारियों से भी संपर्क साधा गया है।
शासन भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टालरेंस की नीति के तहत अपने कदम बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में आरोपित राशिद नसीम व उसके भाई आसिफ नसीम पर पांच-पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। साथ ही उनके सक्रिय साथी आशीष कनौजिया, नितिन जायसवाल, जसीम खां, अभिषेक यादव व मु.शाहिद पर एक-एक लाख रुपये इनाम घोषित किया गया है। शाइन सिटी ग्रुप आफ कंपनीज के संचालकों के विरुद्ध प्रदेश में दर्ज 284 मुकदमों की विवेचना ईओडब्ल्यू कर रही है। ईओडब्ल्यू के एक अधिकारी के अनुसार प्रदेश में दर्ज मुकदमों की जांच में अब तक निवेशकों के 237 करोड़ रुपये ठगे जाने की बात सामने आ चुकी है। हालांकि ठगी गई वास्तविक रकम इससे और ज्यादा है।
राशिद व उसके साथियों के बिहार, बंगाल व अन्य राज्यों के लोगों को भी अपना निशाना बनाया था और उनसे भी करोड़ों रुपये हड़पे गए हैं। मुख्य आरोपितों के पकड़े जाने पर यह भी साफ होगा कि कंपनी के खातों में आई रकम को बड़े स्तर पर कहां-कहां निवेश किया गया। डीजी ईओडब्ल्यू आरके विश्वकर्मा का कहना है कि करोड़ों रुपये की ठगी के इस मामले में अब तक 51 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उनसे पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की छानबीन कराई जा रही है। करीब सात अन्य आरोपितों की तलाश कराई जा रही है। आरोपित राशिद व उसके भाई की तलाश के लिए दूसरी जांच एजेंसियां की भी मदद ली जा रही है।