अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ चलेगा विश्व हिंदू परिषद का रामराज आंदोलन
विहिप के अखिल भारतीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही रामराज की संकल्पना को साकार करने के लिए तीन वर्ष का आंदोलन शुरू होगा।
लखनऊ, जेएनएन। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का संकल्प पूरा होने जा रहा है और अब विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने रामराज के नए आंदोलन की घोषणा की है। परिषद द्वारा खास तौर अनुसूचित जाति-जनजाति की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए तीन वर्ष तक सतत आंदोलन चलाया जाएगा।
विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने सोमवार को यहां विश्व संवाद केंद्र में परिषद की नई कार्ययोजना पर विस्तार से बात की। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए शिलान्यास तो 1989 में ही हो गया था, लेकिन निर्माण शासकीय बाधाओं, राजनीतिक तिकड़मों और न्यायालयों में देरी की वजह से फंस गया। लगभग 31 वर्ष बाद अब सुखद संयोग बना है। उन्होंने कहा कि इतना लंबा आंदोलन सिर्फ मंदिर के लिए नहीं था। परिषद का उद्देश्य देश में रामराज की स्थापना है। इसी मंशा से मंदिर निर्माण की अवधि के दौरान तीन वर्ष तक रामराज्य की संकल्पना को साकार करने के लिए आंदोलन चलाया जाएगा।
आलोक कुमार कहा कि ने करीब एक लाख एकल विद्यालयों के माध्यम से अनुसूचित जाति और जनजाति के बीच आत्मनिर्भरता, कौशल विकास, शिक्षा पहुंचाई जाएगी। सरकार की सुविधाएं वंचितों तक पहुंचाने में विहिप सेतु का काम करेगा। गांवों में गौ संरक्षण, गौ उत्पाद विकास के साथ ही समाज में नारी गरिमा और शांति के लिए आंदोलन पूरी गंभीरता के साथ चलाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए ही राजनीतिक दलों को मंदिर के भूमि पूजन से दूर रखा है। सिर्फ विपक्ष ही नहीं, भाजपा के प्रमुख लोगों को भी नहीं बुलाया।
बेहूदी बातें करते हैं दिग्विजय सिंह : मुहूर्त को अशुभ बताने और नेताओं के बीमार होने संबंधी कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की टिप्पणी पर आलोक कुमार ने कहा कि वह बेहूदी बातें करते हैं। शायद पता नहीं होगा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी बीमार हैं। ऐसे में उनकी बातों का जवाब देना भी उचित नहीं लगता।