हिंदू एकता महाकुंभ में सीएम योगी आदित्यनाथ को आमंत्रण देने आए रामभद्राचार्य, कहा- लखनऊ में बनेगा भव्य लक्ष्मण मंदिर
महाकुंभ में अवैध धर्मांतरण लव जिहाद सामाजिक समरसता तथा पर्यावरण एवं पवित्र नदियों के पुनरुद्धार पर भी चर्चा होगी। रामभद्राचार्य ने कहा कि लव जिहाद जैसा कुत्सित कार्य करने वालों और भोली-भाली बेटियों को बहकाने वालों को क्षमा नहीं किया जा सकता।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पद्मविभूषण से अलंकृत व चित्रकूट के दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संत रामभद्राचार्य बुधवार को लखनऊ आए थे। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निमंत्रण देने आए थे। राजभवन स्थित विधि एवं न्यायमंत्री ब्रजेश पाठक के आवास पर कहा कि रामनगरी अयोध्या में हो रहे प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के साथ ही लखनऊ में लक्ष्मणजी के भव्य मंदिर का निर्माण होगा।
उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर से चित्रकूट में तीन दिवसीय भव्य हिंदू एकता महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ में शामिल होंगे। इसके अलावा हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले देशभर के साधु-संत एवं विद्वान भी इसमें हिस्सा लेंगे। संत रामभद्राचार्य ने कहा कि महाकुंभ का मुख्य कार्यक्रम 15 दिसंबर को होगा, जिसमें मथुरा व काशी के साथ ही लखनऊ में लक्ष्मणजी का मंदिर बनाने पर निर्णय होगा। महाकुंभ में अवैध धर्मांतरण, लव जिहाद, सामाजिक समरसता तथा पर्यावरण एवं पवित्र नदियों के पुनरुद्धार पर भी चर्चा होगी।
उन्होंने कहा कि लव जिहाद जैसा कुत्सित कार्य करने वालों और भोली-भाली बेटियों को बहकाने वालों को क्षमा नहीं किया जा सकता। अवैध मतांतरण को भी अक्षम्य जघन्य अपराध की श्रेणी में रखा जाना चाहिए। इससे पहले उन्होंने एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में दिवंगत हुए सीडीएस जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी एवं अन्य सैन्य अधिकारियों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस अवसर पर मंत्री ब्रजेश पाठक के अलावा संत के निजी सचिव स्वामी रामचंद्र दास भी मौजूद रहे।