After Ayodhya Verdict : रामलला को मिलेगी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रति
अधिग्रहीत परिसर के रिसीवर रामलला की ओर से स्वीकार करेंगे फैसले की प्रति।
अयोध्या, जेएनएन। देश का सबसे बड़ा फैसला जिन रामलला के हक में आया, उन्हें इस फैसले की प्रति भी सौंपी जाएगी। रामलला को यह प्रति सौंपने दिल्ली से वही दिग्गज अधिवक्ता आ रहे हैं, जिनकी प्रखर-प्रभावी पैरवी से यह फैसला संभव हुआ है। न्यायिक मान्यता है कि जिसके हक में फैसला आया, उस तक फैसले की समुचित जानकारी पहुंचाई जाए।
हालांकि, रामलला को हुए युगों बीत गए और वे स्थूल रूप से हमारे बीच नहीं हैं। इसके बावजूद आस्था की दृष्टि से वे जहां करोड़ों-करोड़ भक्तों के लिए सनातन-शाश्वत हैं, वहीं अदालत ने भी उन्हें पूर्ण स्वत्व संपन्न जीते-जागते अस्तित्व के रूप में मान्यता दी।
अदालत में रामलला के सखा की अवधारणा भी रामलला की चैतन्यता की परिचायक है। इस विश्वास के साथ कि रामलला अस्तित्वगत हैं किंतु वे नाबालिग हैं और उनकी चिंता के लिए पूर्ण स्वस्थ-सयाने शुभचिंतक की स्वाभाविक तौर पर जरूरत है।
हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि दिल्ली से आ रहे अधिवक्ताओं का दल शनिवार को फैसले की प्रति सौंपेगा या रविवार को पर इतना तय है कि दो दिवसीय प्रवास के दौरान अधिवक्ता रामलला का दर्शन करने के साथ उन्हें फैसले की प्रति सौपेंगे। सूत्रों के अनुसार रामलला की ओर से फैसले की प्रति अधिग्रहीत परिसर के पदेन रिसीवर मंडलायुक्त मनोज मिश्र स्वीकार करेंगे।