UP में बारिश ने बदला मौसम, अमेठी में दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत; बलरामपुर में पहाड़ी नाला उफनाया
पूर्व और मध्य पूर्वी उप्र में बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया वहीं पश्चिमी उप्र के अधिकांश इलाके बारिश को तरस रहे हैं।
जेएनएन, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अलग-अलग भू-भाग में मौसम के तेवर अलहदा हैं। खासकर पूर्व और मध्य पूर्वी उप्र में बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया, वहीं पश्चिमी उप्र के अधिकांश इलाके बारिश को तरस रहे हैं। रविवार को सूबे के विभिन्न जिलों में बारिश हुई। बलरामपुर में रविवार की भोर से शुरू हुई बारिश से पहाड़ी नाला खरझार में बाढ़ आने से तटवर्ती सात गांवों में पानी भर गया है। इस दौरान एक मोबाइल मेडिकल वैन हेंगहा नाले में आई बाढ़ के पानी में फंस गई। स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए एसडीआरएफ को लगाया गया है।
अमेठी में रविवार शाम हुई बारिश के दौरान दीवार गिरने से उसकी चपेट में आकर तीन बच्चे मलबे में दब गए। अस्पताल में चिकित्सकों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया, वहीं एक बालक की हालत गंभीर देख हायर सेंटर रेफर किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को मृत बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों को इलाज मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
अमेठी के मुंशीगंज क्षेत्र के सरायखेमा गांव निवासी रफीक का पुत्र सैफ (10), रमजान का पुत्र फ रहान (7), वकील का पुत्र आफ ताब (12) रविवार शाम हुई बारिश के दौरान खेल रहे थे। तेज बरसात में अचानक एक कच्ची दीवार गिर गई और तीनों बच्चे उसके मलबे की चपेट में आ गए। ग्रामीणों की मदद से सभी को गंभीर दशा में बाहर निकाला गया। ग्रामीणों व परिवारीजनों ने उन्हें घायलावस्था में संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर सैफ व फरहान को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
अवध के कई जिलों में रविवार को मानसून की पहली बारिश के कारण गर्मी से राहत महसूस की गई। सुलतानपुर में वज्रपात से एक व्यक्ति की मौत हो गई। देर रात तक रुक-रुककर बारिश होती रही। बलरामपुर में रविवार की भोर से शुरू हुई बारिश से पहाड़ी नाला खरझार में बाढ़ आने से तटवर्ती सात गांवों में पानी भर गया है। श्रावस्ती में कुल 38 मिलीलीटर रिकार्ड की गई। अमेठी, लखीमपुर में काले बादल छाये रहे, हल्की बरसात हुई। हरदोई में पूरे दिन उत्तर-पूर्वी हवा चली। सीतापुर में कई स्थानों पर बारिश हुई। बाराबंकी में दिनभर रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। बहराइच में 40 और गोंडा में 52 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। आंबेडकर नगर में भी रविवार सुबह बारिश हुई। धान की रोपाई के लिए मानसून का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे खिल गए तो मेंथा की फसल को बारिश से नुकसान पहुंचा।
बारिश के कारण पहाड़ी नालों में उफान, बाढ़ में फंसी एंबुलेंस
बलरामपुर शनिवार की रात दो बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से पहाड़ी नालों में उफान आ गया, जिससे तराई क्षेत्र के करीब 27 गांव पानी से घिर गए हैं। करीब 15 घंटे लगातार हुई पहली बारिश ने नगर पालिका के सफाई के दावों की भी पोल खोल दी। गांव में मरीजों का उपचार करने जा रही मोबाइल मेडिकल वैन ललिया थाना क्षेत्र में लौकहवा डिप के पास हेंगहा नाले में आई बाढ़ के पानी में सड़क पर फंस गई। पानी बढ़ने पर एंबुलेंस में सवार फार्मासिस्ट संतोष कुमार, लैब टेक्नीशियन अनुभव, स्टाफ नर्स क्रांति व चालक लारेंस समेत अन्य लोग फंस गए हैं। एंबुलेंस तक पहुंचने का प्रयास किया गया, लेकिन बहाव तेज होने के कारण सफलता नहीं मिल पा रही है। एंबुलेंस करीब शाम सात बजे से फंसी है। बाढ़ में फंसी मोबाइल मेडिकल वैन मैं बैठे स्वास्थ्य कर्मियों की मदद को गोंडा से आई एसडीआरएफ की टीम रवाना हुई। एसडीआरएफ के जनसंपर्क अधिकारी शिव किशोर पांडेय ने बताया कि 15 सदस्यीय टीम रबर बोट पर बैठकर लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व प्राथमिक उपचार की किट साथ लिए है।
गोरखपुर-गोंडा रूट पर ट्रेनों का आवागमन बंद
बलरामपुर के खरझार नाले में आई बाढ़ से बलरामपुर व तुलसीपुर के बीच रेलवे पटरी के किनारे जमीन कट गई है, जिसके चलते गोरखपुर-गोंडा वाया बलरामपुर रूट पर ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया गया है। बलरामपुर स्टेशन अधीक्षक देवी सिंह मीणा ने बताया कि शाम 6:30 बजे अंतिम मालगाड़ी बलरामपुर से तुलसीपुर गई थी। इसके बाद रेलवे लाइन पर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है। बादशाह नगर से चलकर बलरामपुर- बढ़नी होते हुए गोरखपुर तक जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन को गोंडा स्टेशन पर रोक दी गई है। बस्ती-गोंडा-लखनऊ होते हुए अमृतसर तक जाने वाली जाने वाली जन साधारण एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15531) का मार्ग आज परिवर्तित कर बढ़नी-बलरामपुर होते हुए लखनऊ तक जानी थी, लेकिन मार्ग बंद होने के कारण यह गाड़ी भी तुलसीपुर रेलवे स्टेशन पर एक घंटे से खड़ी है। साथ ही गैंसडी स्टेशन पर भी एक ट्रेन खड़ी है। कटान स्थल पर रेलवे कर्मी पहुंच गए हैं।
पूर्वांचल के कई जिलों में भी जोरदार बारिश
रविवार की सुबह भी वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जिलों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। दो दिनों से रह रहकर हो रही बूंदाबांदी से मौसम जहां सुहावना हुआ है वहीं गर्मी से भी लोगों को राहत मिली है। दिन में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25.6 डिग्री सेल्सियस पारा दर्ज किया गया। वाराणसी में 0.1 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। देर रात तक बादलों की आवाजाही बनी रही और कई जगह बूंदाबांदी भी दर्ज की गई है।
गर्मी और उमस ने किया परेशान
कानपुर में धूप-छांव के बीच सूरज की तेज तपिश और उमस ने रविवार को लोगों को पसीना-पसीना कर दिया। बुंदेलखंड में बांदा 42 डिग्री तापमान पर सबसे ज्यादा तपा। कानपुर नगर में अधिकतम तापमान 34.2 व न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा। इसकी वजह से उमस सताती रही। कानपुर देहात में अधिकतम 34.2 व न्यूनतम 24.2, फतेहपुर में अधिकतम 32 और न्यूनतम 28, कन्नौज में अधिकतम 34.2, न्यूनतम 25.2, इटावा में अधिकतम 37, न्यूनतम 27, औरैया में अधिकतम 37, न्यूनतम 27, फर्रुखाबाद में अधिकतम 33 व न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बुंदेलखंड के जिलों में भी दिन भर तपिश और उमस बेहाल किए रही। बांदा में अधिकतम 42 व न्यूनतम 27 डिग्री, महोबा में अधिकतम 39 डिग्री व न्यूनतम 27, उरई में अधिकतम 35 व न्यूनतम 27, हमीरपुर में अधिकतम 34 व न्यूनतम 28, दर्ज किया गया।
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