रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस पर लिया ये अहम निर्णय, 25 जनवरी से सिर्फ इन तीन दिनों में ही होगा संचालन
इस ट्रेन में बुकिंग केवल आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर होती है। एयर होस्टेज की तरह इसमें ट्रेन होस्टेज की सुविधा तेजस एक्सप्रेस को अलग बनाती है। सफर के दौरान घर में चोरी होने और तेजस के लेट होने पर मुआवजा देने की जैसी सुविधाएं भी आइआरसीटीसी यात्रियों को देती है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच घट रही रेल यात्रियों की संख्या के कारण देश की कारपोरेट सेक्टर की पहली ट्रेन लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस के भविष्य पर संकट छा गया है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) ने अब तेजस एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन चलाने का निर्णय लिया है। तेजस एक्सप्रेस 25 जनवरी से 15 फरवरी तक सप्ताह में तीन दिन शुक्रवार, शनिवार एवं रविवार को चलेगी। जबकि सोमवार को इस ट्रेन का संचालन निरस्त होगा। तेजस एक्सप्रेस कारपोरेट ट्रेन है। जिसका संचालन आइआरसीटीसी करता है।
इस ट्रेन में यात्रियों की बुकिंग केवल आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर होती है। साथ ही एयर होस्टेज की तरह ट्रेन होस्टेज की सुविधा तेजस एक्सप्रेस को अलग बनाती है। सफर दौरान घर में चोरी होने और तेजस के लेट होने पर मुआवजा देने की जैसी सुविधाओं को आइआरसीटीसी ने यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लागू किया। आइआरसीटीसी ने 15 जनवरी तक तेजस का संचालन सप्ताह में छह दिन करने का निर्णय लिया था। कम यात्री होने पर आइआरसीटीसी ने 16 जनवरी से सप्ताह में चार दिन चलाने का आदेश दिया। अब एक बार फिर से तेजस एक्सप्रेस का संचालन 15 फरवरी तक सप्ताह में तीन दिन होगा। आइआरसीअीसी अधिकारियों के मुताबिक 16 फरवरी से यह ट्रेन सप्ताह में चार दिन शनिवार, रविवार, सोमवार एवं शुक्रवार को चलेगी।
प्रभावित रहेगी ट्रेन : पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर रेल मंडल के कानपुर अनवरगंज-कासगंज सेक्शन के दरियावगंज-पटियाली स्टेशनों के बीच सब-वे का निर्माण होगा। इस कारण 24 जनवरी को 05379 लखनऊ जंक्शन-कासगंज अनारक्षित सवारी ट्रेन को रूदायन स्टेशन पर 15 मिनट नियंत्रित कर चलाया जाएगा।
पार्सल घर होंगे कंप्यूटरीकृत: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन लखनऊ, अयोध्या कैंट, शाहगंज, वाराणसी, रायबरेली, प्रतापगढ़, जौनपुर जंक्शन, सुलतानपुर व प्रयाग घाट संगम के पार्सल बुकिंग में कंप्यूटराइज्ड पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू करेगा। इन स्टेशनों पर कंप्यूटराइज्ड पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लगाने का काम शुरू हो गया है। इस सिस्टम से यात्रियों व सामान्य जन को अपने पार्सल की लोडिंग और अनलोडिंग से संबंधित जानकारी उनके मोबाइल पर एसएमएस से मिलेगी। पार्सल को बुक करते समय रेलवे उनके पैकेजों पर बार कोड लगाएगा। यात्री अपने पार्सल की ट्रैकिंग स्वयं ही कर सकेंगे।
रात 10 बजे ट्रेन में शोर रोकेगी रेलवे की टीम : चलती ट्रेन में रात को तेज आवाज बात करना, शोर मचाना और गाना सुनना अब यात्रियों को महंगा पड़ेगा। ट्रेनों में रात 10 बजे के बाद तेज आवाज होने पर टीटीई व टिकट चेकिंग स्टाफ के साथ आरपीएफ के जवान कार्रवाई करेंगे। रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक नीरज शर्मा ने आरपीएफ अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी जोनल रेलवे प्रबंधकों को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर अभियान चला जाए। जिससे ट्रेनों में तेज आवाज में म्यूजिक सुनना, तेज आवाज में देर रात बात करना, लाइट जलाने पर रोक लगायी जा सके।