गोंडा में रेलवे कर्मी की संदिग्ध हालात में मौत, होटल में मिला शव; जांच में जुटी पुलिस
रेलवे कर्मचारी सिद्धार्थ शंकर बीते 14 जनवरी से गोंडा के एक होटल में रुके हुए थे। सिद्धार्थ की मंगलवार की रात उनकी पत्नी प्रीति से फोन पर बात भी हुई थी। यह जानकारी होटल के प्रबंधक अनिल ने दी है।
गोंडा, संवाद सूत्र। नगर कोतवाली के रानीबाजार स्थित शंकर होटल में ठहरे एक रेलवे कर्मी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। शव होटल के कमरे में पाया गया है। मृतक के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। मृतक की शिनाख्त सिद्धार्थ शंकर लाल कानपुर के अनवरगंज रेलवे कालोनी के रूप में हुई है। वह फतेहगढ़ में रेलवे में उप मुख्य टिकट निरीक्षक के पद पर तैनात थे। पुलिस पूरे प्रकरण की पड़ताल में जुटी है।
सिद्धार्थ शंकर बीते 14 जनवरी से होटल में ठहरा थे। सिद्धार्थ की मंगलवार की रात उनकी पत्नी प्रीति से फोन पर बात हुई थी। होटल के प्रबंधक अनिल के पास उनकी पत्नी प्रीति ने बुधवार की दोपहर फोन पर बात कर अपने पति के बारे हालचाल जाना था। उनकी पत्नी ने प्रबंधक से बताया कि वह पति को फोन कर रही है, लेकिन बात नहीं हो पा रही है। इस पर होटल के मालिक श्याम व प्रबंधक सिद्धार्थ के कमरे में गए। श्याम का कहना है कि दरवाजा न खुलने की दशा में उन लोगों ने दूसरी चाबी से कमरा खोला तो देखा कि वह गहरी नींद में सो रहे हैं। इसकी जानकारी उनकी पत्नी को फोन पर दी गई।
इस पर पत्नी ने कानपुर से गाेंडा आने की बात कही। शाम को दोबारा होटल कर्मियों ने सिद्धार्थ का हाल जानने का प्रयास किया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। देर शाम तक सिद्धार्थ की पत्नी प्रीति भी होटल पहुंच गई। नगर कोतवाल पंकज सिंह ने बताया कि सिद्धार्थ नशा अधिक करता था। उसकी पत्नी ने बताया कि उसके पति के लीवर का इलाज चल रहा था। नगर कोतवाल ने बताया कि प्रीति ने किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण पता चल सकेगा। सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है।
पहले भी सिद्धार्थ ठहर चुका था होटल मेंः होटल के मालिक श्याम कुमार ने बताया कि सिद्धार्थ इसके पूर्व भी उनके होटल में छह दिन रुका था। बाद में उसकी पत्नी प्रीति आई थी। इसके साथ वह घर वापस गया था। बताया कि वह किसी प्रकार की अभद्रता नहीं करता था। अधिकतर अपने कमरे में ही रहता था।