स्टेशनों की ऑनलाइन निगरानी करेगा रेलवे, मोबाइल से भी रखी जाएगी नजर
देश में आतंकी हमलों को देखते हुए रेलवे आइपी तकनीक के कैमरों से स्टेशन की निगरानी करेगा।
लखनऊ,जेएनएन। देश में हो रहे आतंकी हमलों और पिछले दिनों कालका मेल में मिले बम को देखते हुए कई स्टेशनों पर रेलवे अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा। इसके तहत रेलवे कई स्टेशनों की निगरानी अब लखनऊ के कंट्रोल रूम से करेगा। इसके लिए रेलवे आइपी तकनीक वाले कैमरे लगाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पूवरेत्तर रेलवे के मंडल कार्यालय के अलावा ऐशबाग और गोंडा अस्पताल में भी इन कैमरों को लगाया गया है। इन कैमरों में कैद गतिविधियों को रेलवे अफसर अपने मोबाइल फोन पर भी हर समय देख सकेंगे। जल्द ही बाराबंकी, सीतापुर, बस्ती, बादशाहनगर सहित अधिक भीड़भाड़ वाले कई स्टेशनों पर इनको लगाया जाएगा।
डीआरएम ने दिए निर्देश : रेलवे द्वारा अब तक जो कैमरे लगाए गए थे, उनकी निगरानी केवल आंतरिक मॉनिटर सिस्टम से की जा सकती थी। साथ ही हर स्थान पर लगे कैमरे की निगरानी दूसरे स्थान से नहीं हो पा रही थी। पिछले दिनों रेलवे में बढ़ रही संदिग्ध लोगों की गतिविधियों को देखते हुए रेलवे ने हाईटेक तकनीक अपनाने का निर्णय लिया। डीआरएम विजय लक्ष्मी कौशिक ने सिग्नल व टेलीकॉम अनुभाग के अधिकारियों को आइपी तकनीक वाले कैमरे लगाने के निर्देश दिए।
45 दिन में लग जाएंगे ये कैमरे : वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर लखनऊ मंडल एसडी पाठक की टीम ने गोंडा, ऐशबाग और डीआरएम कार्यालय में 45 दिनों के भीतर इन कैमरों को लगा दिया। डीआरएम कार्यालय में 64 कैमरे लगाए गए। इनमें तीन पीटीजेड कैमरे भी शामिल हैं, जोकि 360 डिग्री तक घूमते सकते हैं। जबकि, शेष फिक्स्ड डोम टाइप कैमरे हैं। सभी कैमरे आइपी आधारित हैं, जिससे इन कैमरों में कैद दृश्यों को इंटरनेट से कहीं से भी देखा जा सकता है। यह हाई रिजॉल्यूशन कैमरे हैं, जिनकी गुणवत्ता पहले से बेहतर है। इन कैमरों की रिमोट मॉनिटरिंग की जा सकती है। इनको आरपीएफ चौकी व कंट्रोल रूम में 50 इंच की एलईडी स्क्रीन से देखा जा सकेगा।