रेलवे भर्ती परीक्षा में फिर सामने आया बिहार का कनेक्शन, एक और मुन्ना भाई पकड़ा गया
रेलवे की भर्ती परीक्षा में फिर सामने आया बिहार का कनेक्शन। फर्जी आधार बनाकर परीक्षा देने आए मुन्ना भाई को पुलिस ने किया गिरफ़तार। दो दिन में मुन्ना भाई के पकड़े जाने की तीसरी घटना।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पिछले साल रेलवे की आरपीएफ में भर्ती के लिए जहां हरियाणा का सिंडीकेट सामने आया था, वहीं इस बार ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा में बिहार कनेक्शन सामने आ रहा है। असल अभ्यर्थियों की जगह मुन्ना भाईयों के परीक्षा में शामिल होने का एक और मामला पकड़ा गया। दो दिन में लखनऊ में यह चौथा मुन्ना भाई पकड़ा गया। पकड़ा गया मुन्ना भाई फर्जी आधार कार्ड बनवाकर और प्रवेश पत्र पर अपनी फोटो स्कैन करवाकर परीक्षा देने की फिराक में था।
बिजनौर के आजादपुरम में ईओन डिजिटल जोन में रेलवे भर्ती बोर्ड की ग्रुप डी की ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। मंगलवार को बिहार के रोहतास के विक्रमगंज का रहने वाला नरेंद्र कुमार परीक्षा में शामिल होने आया। वह रोहतास के विक्रमगंज निवासी मूल अभ्यर्थी दीपक कुमार की जगह परीक्षा देने आया था। इसके लिए वीरेंद्र कुमार ने दीपक कुमार के नाम से आधार कार्ड बनवाया और उसपर अपनी फोटो लगा ली। साथ ही दीपक के प्रवेश पत्र की फोटो हटाकर उसकी जगह अपनी फोटो लगाने के बाद उसे स्कैन कर लिया। जिससे किसी को शक न हो। मेन गेट पर वह जांच प्रक्रिया के बाद सेंटर के भीतर परीक्षा देने पहुंच गया। यहां रेलवे के पास मौजूद प्रवेश पत्र के रिकॉर्ड की फोटो वीरेंद्र के पास मिले प्रवेश पत्र से अलग पाई गई। इस पर सेंटर के प्रभारी ने 100 नंबर डायल कर पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस बहुत देर तक लिखा पढ़ी न किए जाने के कारण आरोपी वीरेंद्र कुमार को हिरासत में नहीं ले सकी। परीक्षा में आरपीएफ प्रभारी एमके खान मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपी को सरोजनीनगर पुलिस के हवाले कर दिया।
कई शहरों तक फैला जाल
रेलवे की भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गिरोह के अधिकांश मामले बिहार से कनेक्ट हैं। लखनऊ में सोमवार को मडिय़ांव थाने के अंतर्गत दो परीक्षा केंद्रों पर एक मूल अभ्यर्थी के साथ तीन सॉल्वर पकड़े गए थे। जबकि गोरखपुर में अब तक 10 सॉल्वर पकड़े जा चुके हैं।
रेलवे ने बढ़ायी सतर्कता
लगातार मुन्ना भाईयों के मामले सामने आने पर रेलवे की ओर से भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। रेलवे की आरपीएफ के अलावा सीआइबी और विजिलेंस टीम को भी परीक्षा की निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर आरपीएफ जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।