KGMU पेपर लीक कांड : रिश्तेदार व अफसरों के बच्चों को Job देने का था एजेंडा, रेलवे अफसर का नाम उजागर
राजभवन व मुख्यमंत्री से की शिकायत। अधिकारी की बेटी ने भी दी थी परीक्षा।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में जूनियर डॉक्टर भर्ती में धांधली की जड़ें काफी गहरी हैं। यहां बैकडोर से वरिष्ठ शिक्षक के रिश्तेदार व अफसरों के बच्चों को नौकरी देने की योजना थी। ऐसे में पेपर लीक कांड अब राजभवन व मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंच गया है। राजफाश करने वाले डॉक्टर ने पत्र में रेलवे अफसर की भी नाम सहित शिकायत की है।
केजीएमयू के दंत संकाय में सीनियर रेजीडेंट की भर्ती परीक्षा में नित नई गड़बड़ी उजागर हो रही है। 21 जुलाई को आयोजित परीक्षा का पेपर 17 जुलाई को वरिष्ठ शिक्षक के पास भेजने के पीछे बड़े खेल की आशंका है। इसमें सिर्फ डॉक्टर के रिश्तेदार नहीं, बल्कि प्रभावशाली अफसरों के बच्चों को भी नौकरी देने का एजेंडा था। मामले का पर्दाफाश करने वाले ओरल पैथोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉक्टर ने राजभवन व मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत की है। इसमें पेपर लीक प्रकरण उजागर करने पर डॉक्टर ने आइआरटीएस अफसर पर धमकाने का आरोप लगाया है। डॉक्टर के मुताबिक, परीक्षा में आइआरटीएस अफसर की बेटी भी शामिल थी।
स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग
राजफाश करने वाले डॉक्टर ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री से पेपर लीक प्रकरण की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि पेपर लीक करना मेधावियों के भविष्य से खिलवाड़ करना है। ऐसे में स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केजीएमयू में शुरू हुई जांच
पेपर लीक प्रकरण की इंटरनल जांच केजीएमयू में शुरू हो गई है। डीन स्टूडेंट वेलफेयर की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने पर्दाफाश करने वाले डॉक्टर को तलब किया। इस दौरान पेपर लीक प्रकरण के बारे में पूछताछ की। डॉक्टर ने कमेटी के समक्ष बयान दर्ज करा दिए।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप