Mukhtar Ansari ambulance case: मुख्तार के गुर्गों की तलाश में गाजीपुर, मऊ और लखनऊ में दबिश
एंबुलेंस प्रकरण में दो ईनामी आरोपित सहित पांच लोगों की तलाश में बाराबंकी पुलिस ने गाजीपुर लखनऊ और मऊ में दबिश दे रही है। फरार आरोपितों में मुख्तार का विधायक प्रतिनिधि मो. सयैद मुजाहिद और मो. जाफरी शाहिद भी शामिल है।
बाराबंकी, जेएनएन। एंबुलेंस प्रकरण में दो ईनामी आरोपित सहित पांच लोगों की तलाश में पुलिस ने गाजीपुर, लखनऊ और मऊ में दबिश दे रही है। फरार आरोपितों में मुख्तार का विधायक प्रतिनिधि मो. सयैद मुजाहिद और मो. जाफरी शाहिद भी शामिल है। गौरतलब है कि तीन पूर्व ही पुलिस ने इस मुकदमे में गिरफ्तार आनंद यादव के बयान पर गाजीपुर के तीन लोगों को शामिल कर आरोपित बनाया है।
अपने प्रयोग के लिए बाराबंकी में 2013 में एंबुलेंस पंजीकृत कराने वाले विधायक मुख्तार अंसारी पंजाब में भी इसका प्रयोग कर रहा था। अपनी सुरक्षा के लिए न केवल इस एंबुलेंस में अवैध शस्त्र रखता था बल्कि गाजीपुर के दो चालक सलीम, सुरेंद्र और एक अन्य सहयोगी अफरोज खान को भी रखता था। इस एंबुलेंस से संबंधित मुकदमा दो अप्रैल को मऊ की हास्पिटल संचालिका डा. अलका राय के खिलाफ दर्ज किया था।
अलका गिरफ्तारी और बयान के आधार पर मुख्तार अंसारी सहित कुल छह लोगों को आरोपित बनाया गया। जिसें से अलका राय, शेष नाथ राय, राजनाथ यादव, आनंद यादव को जेल भेज चुकी है। मऊ के मुजाहिद, लखनऊ का शाहिद और गाजीपुर के सलीम, सुरेंद्र व अफरोज की तलाश में टीमें संबंधित जिलों को रवाना हैं। एसपी यमुना प्रसाद ने बताया कि कई जिलों में आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
बता दें कि विधायक मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस प्रकरण में मऊ जिले की डा. अलका राय व डा. शेषनाथ राय की जमानत अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। प्रभारी सेशन न्यायाधीश बालकृष्ण एन रंजन ने जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश कुमार पांडेय ने न्यायालय में सरकार का पक्ष रखते हुए बताया कि डाॅ अलका राय का परिचय मुख्तार अंसारी से था।