आज नगर निगम से विदा हो जाएंगी लखनऊ की 124 सड़कें, जानिए कैसे Lucknow News
लखनऊ में सात मीटर और उससे चौड़ी सड़क लोकनिर्माण विभाग को दी जाएगी।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ नगर निगम के सात मीटर और उससे अधिक चौड़ी 124 सड़कों को लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को देने पर सोमवार को मुहर लग सकती है। इन चौड़ी और लंबी सड़कों का निर्माण नगर निगम बजट के अभाव में नहीं करा पाया है।
दरअसल, ये सड़कें एक करोड़ से अधिक लागत की होती हैं। एलडीए और आवास विकास परिषद से हस्तांरित सड़कें भी इतनी ही चौड़ी हैं। वार्ड विकास निधि में सड़क निर्माण पर 85 लाख होने से भी पार्षद भी ऐसी सड़कों का निर्माण नहीं कराते हैं। अब सोमवार को नगर निगम कार्यकारिणी समिति की मुहर लगने के बाद सड़कों की मरम्मत का काम लोकनिर्माण विभाग कराएगा।
पिछले सोमवार को विवाद के चलते स्थगित की गई नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक 26 को होगी। बैठक दोपहर बारह बजे से शुरू होगी।
समिति के समक्ष वाहनों के लिए उपयोग की जाने वाली कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) का निर्माण करने के लिए सरोजनी नगर में प्लांट लगाने के लिए कान्हा उपवन में एक एकड़ से अधिक भूमि को लीज पर निजी कंपनी को देने पर निर्णय हो सकता है।
नामकरण भी होगा
- पुराने हाईकोर्ट परिसर के पास स्वास्थ्य भवन चौराहे का नाम कलम दवात चौराहा रखे जाने का प्रस्ताव
- सरदार पटेल वार्ड के तहत विभिन्न स्थलों पर पोल लगाया जाना
- नगर निगम डिग्री कॉलेज में शिक्षकों को अन्य कॉलेजों के समान महंगाई भत्ता और अन्य भत्ते दिए जाने
- जलकल विभाग मेंं चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान
- लवकुश नगर, इंदिरा नगर में आवास विकास परिषद के बंद नलकूप को संचालन के लिए भारत सेवा आश्रम दिल्ली को दिया जाना
- जलकर की वसूली में लगने वाले कर्मचारी जो कि अवकाश के दिनों में काम करते हैं, उनमें लिपिकों को 250 की जगह 700 और चतुर्थ श्रेणी को 500 रुपये प्रति दिन दिए जाने
- जलकल के दैनिक वेतनभोगी और वर्कचार्ज कर्मचारियों को स्थाई किया जाना
- मुख्य अभियंता सिविल नगर निगम मनीष सिंह को अभियंत्रण में निर्माण संबंधित अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने का अधिकार देना
- नगर निगम डिग्री कॉलेज में आउटसोर्सिंग से लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर की भर्ती
- हीरालाल यादव कॉलेज के पास तालाब छठ पूजा घाट को विकसित किया जाएगा। इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से होगा
- चित्रगुप्त नगर वार्ड में भारत माता मंदिर पार्क का सुंदरीकरण करीब 16 लाख रुपये से कराया जाना
- बजट पर हो सकता है विरोध
नगर निगम के चालू वित्तीय वर्ष के बजट को लेकर चल रहे विवाद पर सोमवार को नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में हंगामा हो सकता है। पिछली कार्यकारिणी बैठक में भी बजट का मामला उठा था और विधिक राय लेने पर सहमति बनी थी। दरअसल, सात जुलाई को नगर निगम सदन में चालू वित्तीय वर्ष के बजट को संशोधन के साथ पास कर दिया गया था। कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्र व भाजपा पार्षद नागेंद्र सिंह चौहान का कहना था कि अगर 25 फरवरी को कार्यकारिणी से पास बजट को माना जाएगा तो सात जुलाई को सदन से पास हुए संशोधित बजट की वैधता क्या होगी। बैठक में विधिक राय लेने का निर्णय लिया गया था।
बजट को लेकर महापौर संयुक्ता भाटिया और नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी के बीच चि_ी वार भी हो चुकी है। नगर आयुक्त ने विकास कार्य न होने के लिए बजट पर भ्रम की स्थिति बताई थी तो महापौर ने इस बयान पर नगर आयुक्त से जवाब तलब कर लिया था। महापौर ने विकास निधि जारी करने का आदेश देने के साथ ही नाराजगी भरे पत्र में कहा था कि 'बजट को लेकर आप (नगर आयुक्त) खुद ही भ्रम की स्थिति में है और सभी पार्षदों को भी भ्रम में डाल रखे हैं। इससे सदन व कार्यकारिणी समिति के निर्णयों की अवमानना हो रही है।