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PS Suicide Case Lucknow: उन्नाव पुलिस ने निजी सचिव से वसूले थे दो लाख, नौ पर एफआइआर

विशंभर की बहन के ससुरालीजन पप्पू गौतम सूरत बाबूलाल बृजेश चौरसिया के खिलाफ भी आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआइआर दर्ज की गई है। विशंभर के भाई ओमप्रकाश का आरोप है कि उनकी बहन रामदेवी का ससुरालवालों से जमीन का विवाद था।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 06:15 AM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 09:37 AM (IST)
PS Suicide Case Lucknow: उन्नाव पुलिस ने निजी सचिव से वसूले थे दो लाख, नौ पर एफआइआर
पुलिस की प्रताडऩा से परेशान अपर मुख्य सचिव नगर विकास के निजी सचिव ने की थी आत्महत्या।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। उन्नाव पुलिस की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या करने वाले अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा. रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल से पुलिसकर्मियों ने दो लाख रुपये भी वसूले थे। विशंभर के भाई ओमप्रकाश ने मंगलवार को हुसैनगंज कोतवाली में नौ लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। नामजद आरोपितों में औरास थाने के तत्कालीन इंस्पेक्टर हरिप्रसाद अहिरवार, विवेचक दारोगा तमीजुद्दीन, सतीश कुमार, रामशंकर, संजीव यादव व अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। इन पर आत्महत्या के लिए उकसाने, एससी एसटी एक्ट और भ्रष्टाचार के आरोप में एफआइआर की गई है।

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इनके अलावा विशंभर की बहन के ससुरालीजन पप्पू गौतम, सूरत, बाबूलाल, बृजेश चौरसिया के खिलाफ भी आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआइआर दर्ज की गई है। विशंभर के भाई ओमप्रकाश का आरोप है कि उनकी बहन रामदेवी का ससुरालवालों से जमीन का विवाद था। इसकी वजह से आरोपित औरास पुलिस के साथ मिलकर विशंभर को 11 अगस्त 2019 से लगातार परेशान कर रहे थे। विशंभर ने अपर मुख्य सचिव गृह को संबोधित एक नोट लिखा था, जिसमें विशंभर ने उन्नाव पुलिस पर मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। ओमप्रकाश ने पूरे मामले की सीबीआइ, सीबीसीआइडी अथवा सेवानिवृत्त जज की निगरानी में जांच कराने की मांग की है।

उन्नाव पुलिस पर भरोसा नहीं, दे रहे थे धमकी : ओमप्रकाश का आरोप है कि उन्हें उन्नाव पुलिस पर भरोसा नहीं है। पुलिस वाले और बहन के ससुरालीजन विशंभर को लगातार जान से मारने व झूठे मुकदमे में फंसाकर जि‍ंदगी बर्बाद कर देने की धमकी देते थे। पीडि़त परिवार ने 11 अगस्त 2019 से 30 अगस्त 2021 तक औरास में तैनात रहे इंस्पेक्टर, हल्का प्रभारी और बहादुरपुर क्षेत्र के सिपाहियों की संलिप्तता की जांच की मांग की है। ओमप्रकाश का कहना है कि पूरा प्रकरण सीओ और पुलिस अधीक्षक उन्नाव की जानकारी में था।

गाली देकर थाने से भगाया : विशंभर बहन के ससुराल में हुए विवाद के बाद औरास थाने गए थे। एफआइआर के मुताबिक तब तत्कालीन थाना प्रभारी औरास व बीट प्रभारी ने उन्हें जाति सूचक गाली देते हुए थाने से बाहर भगा दिया था। ओमप्रकाश ने कॉल डिटेल की पड़ताल, साक्ष्य उपलब्ध कराने, आरोपित पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर कार्रवाई करने व बहन के ससुराल वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है।


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