शिक्षक की मौत के विरोध में शिक्षकों का प्रदर्शन और कार्यबहिष्कार
लखनऊ लाठीचार्ज में शिक्षक की मौत से नाराज शिक्षकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और विरोध में यूपी के विद्यालयों में काला दिवस, प्रदर्शन और बहिष्कार किया गया।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सात दिसंबर को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज से शिक्षक की मौत का मामला गरमा गया है। इससे नाराज शिक्षक समुदाय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आज घटना के विरोध में प्रदेश के ज्यादातर विद्यालयों में काला दिवस, प्रदर्शन और कार्यबहिष्कार किया गया। ऑल टीचर्स/ इम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश के आह्वान पर शुरू इस आंदोलन को माध्यमिक, विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षकों तथा कुछ अन्य संगठनों का साथ मिल गया है। आज सुबह सभी शिक्षण संस्थानों में कार्य बहिष्कार कर मृत शिक्षक रामाशीष को श्रद्धांजलि दी गई।
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शिक्षक की मौत पर विपक्ष हमलावर
भाजपा और कांग्रेस ने शिक्षक के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने शिक्षक की मौत पर गहरा शोक प्रकट करते हुए सपा सरकार पर करारा प्रहार किया है और कहा कि ऐसी तानाशाही सरकार को एक क्षण भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। केशव ने शिक्षक परिजनों को 50 लाख मुआवजा और घायल शिक्षकों को पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता की मांग की है। उन्होंने प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर लाठीचार्ज का आदेश देने वाले पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
मोदी का चुनाव रद करने को खुली अदालत में सुनवाई के बाद याचिका खारिजबेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन से मुलाकात शिक्षकों और कर्मचारियों ने अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन से मुलाकात की। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि वह मृतक शिक्षक के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद सरकार से उपलब्ध कराएंगे और जल्द सीएम अखिलेश यादव से पीडि़त परिवार की मुलाकात भी करवाएंगे। बंधु ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के आंदोलन के दौरान हमारे साथी डॉ. रामाशीष सिंह की पुलिस ने बर्बर हत्या की है। हम अपने साथी की शहादत को बर्बाद नहीं होने देंगे और यह आंदोलन अब तेजी पकड़ेगा। कैशलेस अर्थव्यवस्था की कोशिश में लगी भाजपा कहीं वोटलेस न हो जाए माध्यमिक शिक्षकों का साथ उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को शिक्षक विधायकों की एक आपात बैठक बुलाई गई और इसमें मृतक शिक्षक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने और उचित मुआवजा देने की मांग की गई। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चेतनारायण गुट) के आवाहन पर माध्यमिक स्कूलों में काला दिवस मनाया गया। कालीचरण इंटर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महेंद्र नाथ राय सहित शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर कार्य बहिष्कार किया और नारेबाजी की। होर्डिंग में मोदी महाभारत के अर्जुन और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कृष्ण महाविद्यालय शिक्षक भी पीछे नहीं उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय-महाविद्यालय शिक्षक महासंघ ने मामले के दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है।महामंत्री डॉ. विवेक द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार ने अगर मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की तो डिग्री कॉलेज शिक्षक कार्य बहिष्कार करेंगे। उधर,लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) के महामंत्री डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव, आल इंडिया रूलर्स बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ला, माध्यमिक व्यावसायिक शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष देशराज सिंह और उप्र अनुसूचित जाति प्राथमिक शिक्षक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष मिश्रीलाल यादव ने भी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। यूपी विधानसभा के सामने पेंशन मांग रहे शिक्षकों पर लाठी चार्ज, एक की मौत कांपते हाथों से पिता ने उठाई अर्थी कांपते हाथों से वृद्ध पिता राम किशुन सिंह ने जब बेटे की अर्थी उठाई और महराजगंज के पनियहवा घाट पर मुखाग्नि दी तो इस हृदय विदारक दृश्य को देखकर आमजन संग जर्रा-जर्रा रो पड़ा। साथ ही परिवारीजन व रिश्तेदारों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। शिक्षक की अंतिम यात्रा में अपार जन समूह उमड़ पड़ा। घर से वाहन पर शव रखकर लोग निकले तो जन समुदाय संग शिक्षकों ने-जब तक सूरज चांद रहेगा, राम अशीष तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए और प्रदेश सरकार के साथ पुलिस के खिलाफ आवाज उठाई। नोटबंदी आठ लाख करोड़ का घोटाला, मोदी के अमीर दोस्तों का लोन माफः केजरीवाल