लखनऊ में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ इमामबाड़े पर प्रदर्शन
Protest at Wasim Rizvi in Lucknow शिया और सुन्नी के लोगों ने इमामबाड़े पर प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में शिया और सुन्नी समुदाय के लोगों ने जताई नाराजगी। वसीम की गिरफ्तारी के लिए शासन को भेजा ज्ञापन।
लखनऊ, जेएनएन। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की तरफ से कुरान की आयातें हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका और विवादित बयान देने के विरोध में रविवार को शिया और सुन्नी के लोगों ने इमामबाड़े पर हुए प्रदर्शन किया। दोनों समुदाय के मौलानाओं ने विरोध रैली में वसीम रिजवी को इस्लाम विरोधी बताया और सामाजिक बहिष्कार करने की बात कही।
इस अवसर पर शैख-उल-हदीस हजरत मौलाना सैयद सलमान हसनी नदवी ने वसीम रिजवी के बयान की निंदा की और उन्हें मुजरिम बताया। कार्यक्रम के संयोजक मजलिसे उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि वसीम को जेल भिजवाने तक हमारा विरोध जारी रहेगा। उधर, प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह बैरिकेडिंग की थी।
प्रदर्शन में मौलाना इमरान सिद्दीकी, मौलाना हसनैन बकाई, मौलाना बाबर अशरफ, मौलाना कल्बे सिब्तैन नूरी, सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद प्राचा, प्रोफेसर माहरुख मिर्जा, स्वामी सारंग, मौलाना पयाम हैदर और मौलाना रजा हुसैन समेत अन्य उपस्थित रहे। इस दौरान अधिवक्ता महमूद प्राचा ने कहा कि 19 मार्च को दिल्ली जामा मस्जिद पर नमाज के बाद विरोध रैली आयोजित की जाएगी।