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Fraud in Ayodhya: अयोध्या में फर्जी बेटा बनकर बेच डाली संपत्ति, खरीदार पहुंचा कब्जा करने तो खुला मामला; गिरफ्तार

कूटरचित दस्तावेजों के सहारे भूमि बेचने के कई प्रकरण देखने को मिले हैं लेकिन यहां एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें एक कथित साधु ने फर्जी बेटा बन कर संपत्ति का एक हिस्सा बेच डाला। भूमि क्रय करने वाला जब कब्जा करने पहुंचा तो सच्चाई उजागर हुई।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 11 Aug 2021 08:26 PM (IST)Updated: Thu, 12 Aug 2021 10:58 AM (IST)
Fraud in Ayodhya: अयोध्या में फर्जी बेटा बनकर बेच डाली संपत्ति, खरीदार पहुंचा कब्जा करने तो खुला मामला; गिरफ्तार
अभियुक्त की तलाश के लिए कोतवाली नगर पुलिस को बिहार तक दौड़ लगानी पड़ी थी।

अयोध्या, संवाद सूत्र। कूटरचित दस्तावेजों के सहारे भूमि बेचने के कई प्रकरण देखने को मिले हैं, लेकिन यहां एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें एक कथित साधु ने फर्जी बेटा बन कर संपत्ति का एक हिस्सा बेच डाला। भूमि क्रय करने वाला जब कब्जा करने पहुंचा तो सच्चाई उजागर हुई। प्रकरण एक वर्ष पुराना है। गत सात अगस्त वर्ष 2020 में न्यायालय के आदेश पर प्रकरण का मुकदमा कोतवाली नगर में दर्ज हुआ था। लंबी पड़ताल के बाद नामजद साधुवेशधारी फर्जी पुत्र को पुलिस ने देवकाली इलाके से गिरफ्तार किया है। 

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अभियुक्त की तलाश के लिए कोतवाली नगर पुलिस को बिहार तक दौड़ लगानी पड़ी थी। गिरफ्तार किए गए अभियुक्त का नाम विपिन मिश्र है, जो बिहार का मूल निवासी है और यहां रामनगरी के नयाघाट क्षेत्र में स्थित एक मंदिर में वर्षों से रहता था। अभियुक्त की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हवाई पट्टी चौकी प्रभारी अदिल अहमद ने बताया कि हैदरगंज के बलरामपुर गांव निवासी शिव कुमारी पाठक के साथ यह घटना हुई। उनका पुत्र कुलदीप सन् 2013 में अलीगढ़ से लापता हो गया था, जिसकी गुमशुदगी अलीगढ़ के क्वार्सी थाना में दर्ज है।

वर्ष 2018 में विपिन मिश्र ने कुलदीप बन कर उसके हिस्से की करीब 2060 वर्गफीट भूमि 12 लाख रुपये में बीकापुर के गोलाबाजार निवासी कृष्णकुमार मिश्र को बेच दी। क्रेता पक्ष जब भूमि पर कब्जा करने पहुंचा तो शिव कुमारी पक्ष ने आपत्ति कर दी, जिसके बाद जालसाजी का यह प्रकरण उजागर हुआ। शिवकुमारी ने कार्रवाई के लिए न्यायालय का सहारा लिया। न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस विपिन की तलाश कर रही थी। मंगलवार को उसे गिरफ्तार किया गया। इस मामले का सूत्रधार अंबेडकरनगर जिले के भीटी निवासी आदर्श पांडेय को बताया गया है। उसी ने वृद्धा की जमीन जालसाजी से बेचने का षडय़ंत्र रचा था। वह शिवकुमारी की संपत्ति एवं बेटे की गुमशुदगी के बारे में अच्छी तरह जानता था। आदर्श एवं कृष्णकुमार अभी गिरफ्तार नहीं हुए हैं।


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