किसानों की करोड़पति कंपनी: पद्मश्री के सुझाव पर हरदोई के प्रगतिशील किसान ने बदली 450 परिवारों की जिंदगी
Kisan Diwas 2021 उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मोहल्ला बैटगंंज निवासी अभिषेक द्विवेदी बीएससी उत्तीर्ण हैं और बच्चों को भौतिक विज्ञान पढ़ाते थे। 29 दिसंबर 2019 को बुलंदशहर में पद्मश्री भारत भूषण त्यागी से मुलाकात के बाद वह प्रगतिशील किसान बन गए।
हरदोई, [पंकज मिश्र]। National Farmers Day: नजरिया बदलने से नजारा कैसे बदलता है, जानना हो तो उत्तर प्रदेश के हरदोई आइए। यहां के प्रगतिशील किसान अभिषेक द्विवेदी ने किसानी की नई कहानी रची है। अक्टूबर, 2020 में उनके द्वारा शुरू हरदोई नेचुरल फार्म (एचएनएफ) से जुड़कर 450 किसान परिवारों की जिंदगी बदल चुकी है। किसानों की यह कंपनी महज साल भर में करोड़पति हो चुकी है।
गो आधारित जैविक खेती से बदली तस्वीर : हरदोई के मोहल्ला बैटगंंज निवासी अभिषेक द्विवेदी बीएससी उत्तीर्ण हैं और बच्चों को भौतिक विज्ञान पढ़ाते थे। 29 दिसंबर 2019 को बुलंदशहर में पद्मश्री भारत भूषण त्यागी से मुलाकात के बाद वह प्रगतिशील किसान बन गए। असंगठित कृषि क्षेत्र में संगठित नवाचार शुरू किया और अक्टूबर, 2020 में एचएनएफ की स्थापना की। इसके जरिये गो आधारित जैविक खेती का अभियान छेड़ा।
इससे किसानी की लागत घटी और लोगों को रसायनमुक्त खाद्य पदार्थ सुलभ होने लगे। काला गेहूं, तिलक चंदन धान, हल्दी, सब्जी आदि कृषि उत्पादों को एचएनएफ ने 10 से 15 फीसद ज्यादा कीमत पर खरीदकर बाजार तक पहुंचाया। नतीजा रहा कि पांच माह में ही टर्नओवर 15 लाख पार कर गया। इस समय कंपनी का कारोबार एक करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है।
पोस्ट हार्वेस्ट मुनाफे का लक्ष्य : सफलता से उत्साहित अभिषेक कहते हैं कि अब एचएनएफ मूल्य संवर्धन के विभिन्न तरीकों जैसे प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग आदि के माध्यम से पोस्ट हार्वेस्ट (फसल कटने के बाद) के लाभ में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगी। इससे गांव में ही रोजगार के अवसर सृजित होंगे और पलायन रुकेगा।