मेट्रो की तरह होंगे तेजस ट्रेन के दरवाजे, गार्ड के पास होगा बटन lucknow news
तेजस क्लास रैक को शुक्रवार को गोमतीनगर स्टेशन से ऐशबाग कोचिंग डिपो लाया गया। ट्रेन में रह गए तो देना होगा नई दिल्ली तक किराया व जुर्माना।
लखनऊ, जेएनएन। स्टेशन पर यात्रियों को छोडऩे आने वाले लोगों की चूक उनकी जेब पर भारी पड़ सकती है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) जिस तेजस क्लास की ट्रेन को लखनऊ से नई दिल्ली तक चलाएगा। उसमें मेट्रो की तरह ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे। जिसे ट्रेन का गार्ड बटन दबाकर खोलेगा और बटन से ही सारे गेट एक साथ बंद हो जाएंगे। यदि गेट बंद होने पर बोगी के भीतर रह गए तो टीटीई नई दिल्ली तक का वर्तमान किराया और जुर्माना भी वसूलेगा। जो कि दो से ढाई हजार रुपये के बीच होगा।
तेजस क्लास रैक को शुक्रवार को गोमतीनगर स्टेशन से ऐशबाग कोचिंग डिपो लाया गया। इस ट्रेन के जनरेटर, बोगी में लगे डिस्प्ले सिस्टम और एसी को चलाकर देखा गया। पूर्वोत्तर रेेलवे लखनऊ की डीआरएम विजय लक्ष्मी कौशिक और आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने गार्ड रूम में लगे ऑटोमेटिक दरवाजों के बटन सिस्टम को भी देखा। इस ट्रेन में दरवाजे बटन से खोले और बंद किए जाएंगे। सिग्नल हरा होते ही सभी दस बोगियों के गेट बंद हो जाएंगे। इसके लिए गार्ड को ट्रेनिंग दी जाएगी।
डीआरएम विजय लक्ष्मी कौशिक से आइआरसीटीसी ने तेजस क्लास रैक की मेंटनेंस पर भी चर्चा की। आइआरसीटीसी को सप्ताह में छह दिन इस ट्रेन को चलाना है। माना जा रहा है कि मंगलवार को छोड़कर सप्ताह के शेष सभी छह दिन इस ट्रेन को चलाया जाएगा। हालांकि इस पर अंतिम मुहर गोरखपुर स्थित पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय लगाएगा।