COVID-19 Effect: लखनऊ में निजी स्कूलों का दावा सरकार के आदेश का पालन करेंगे, नहीं बढ़ाएंगे फीस
राजधानी लखनऊ में निजी विद्यालयों ने कोरोना संक्रमण काल में अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव न बनाने का किया दावा वहीं कई विद्यालयों ने पहले ही ले लिया तीन महीने की फीस। स्कूलों नेअभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव न बनाने की बात भी कही है।
लखनऊ, जेएनएन। उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा ने गुरुवार को अभिभावकों और निजी संस्थानों की सहूलियत को देखते हुए नया आदेश जारी किया है। इसके तहत तीन महीने की फीस न लेने और फीस बढ़ोतरी न करने की बात कही गई है। स्कूल प्रबंधकों ने भी कोरोना संक्रमण काल में सरकार के आदेश का पालन करने का भरोसा दिया है। उन्होंने अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव न बनाने की बात भी कही है।
सीएमएस ने नहीं बढ़ाई फीस: सिटी मांटेसरी स्कूल के प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने दावा किया कि इस बार फीस में न तो बढ़ोतरी की गई है और न ही अतिरिक्त शुल्क लिया गया है। सरकार की ओर से जो भी नया आदेश आया है, उसका पालन किया जाएगा। कोरोना संक्रमण काल में हम सरकार और अभिभावकों के साथ हैं। फीस के साथ कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया गया है।
एडमिशन फीस नहीं ली: सीपी सिंह फाउंडेशन द्वारा संचालित लखनऊ पब्लिक स्कूल के निदेशक लोकेश सिंह ने बताया कि सरकार के आदेश से पहले ही हमारे यहां किसी अभिभावक से तीन महीने की फीस लेने का दबाव नहीं बनाया गया। एडमिशन प्रक्रिया फरवरी में पूरी हो गई, लेकिन पहले से पढ़ रहे किसी विद्यार्थी से एडमिशन फीस नहीं ली गई।
सरकार के आदेश का होगा पालन: अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल का कहना है कि पूर्व में किए गए आदेश का पालन किया गया और नए आदेश का पालन भी करेंगेे। एसोसिएशन की तरफ से हम सभी यह उम्मीद करते हैं कि समस्त अभिभावक मासिक आधार पर और समय से विद्यालयों में अपना शुल्क जमा करेंगे। फीस बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।
मात्र 20 फीसद आ रही है फीस: लखनऊ पब्लिक स्कूल्स एंड कॉलेजेज के संस्थापक प्रबंधक डा.एसपी सिंह का कहना है कि सरकार की ओर से जो भी आदेश आया है, उसका पालन करेंगे। हमारे संस्थान द्वारा किसी अभिभावक पर फीस जमा करने का दबाव नहीं बनाया गया। इसका नतीजा है कि मात्र 20 फीसद फीस जमा हो रही है। शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन पूरा दिया जा रहा है। पुरानी फीस जमा नहीं हो रही है तो बढ़ोतरी का सवाल ही नहीं उठता।