केजीएमयू के डॉक्टर पर लगा निजी अस्पताल में ऑपरेशन का आरोप, इलाज में मरीज की मौत
केजीएमयू के एक डॉक्टर पर निजी अस्पताल में आपरेशन का लगा आरोप। कैंसर के मरीज की इलाज के दौरान हो गई थी मौत।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के एक डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोप में घिरे हैं। आरोप हैं कि साल भर पहले डॉक्टर ने बिजनौर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कर सर्जरी की। वहीं अब हालत गंभीर होने पर ठाकुरगंज स्थित हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां मरीज की मौत हो गई।
सदर निवासी सतीश अग्रवाल (60) के जीभ में छाले पड़ गए थे। उन्हें खाने-पीने में भी दिक्कत होने लगी। ऐसे में साल भर पहले केजीएमयू की ओपीडी में दिखाया। जांच में ओरल कैंसर की पुष्टि हुई। परिवारीजनों के मुताबिक यहां जनरल सर्जरी में तैनात डॉक्टर ने निजी अस्पताल में भर्ती कर बेहतर इलाज का झांसा दिया। इसके बाद बिजनौर स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कर डेढ़ लाख रुपये वसूले। हालत सुधरने के बजाए बिगड़ती गई। ऐसे में मरीज को केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग में सिंकाई की सलाह देकर भेज दिया।
तीमारदारों के मुताबिक सप्ताह भर पहले मरीज की हालत गंभीर हो गई। उन्होंने दोबारा ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर से संपर्क किया। इस दौरान डॉक्टर ने मरीज को ठाकुरगंज स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां वेंटिलेटर सपोर्ट के लिए फिर दूसरे अस्पताल भेजा गया। यहां बुधवार सुबह मरीज की मौत हो गई। तीमारदार ट्विंकल के मुताबिक सतीश अग्रवाल रिटायर्ड समीक्षा अधिकारी थे। परिवारीजनों ने मामले की शिकायत केजीएमयू व शासन से करने की बात कही। वहीं संस्थान के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई का दावा किया। उधर, डॉक्टर ने आरोपों को निराधार बताया।