संदिग्ध बांग्लोदशियों को आज रिमांड पर लेने की तैयारी, कई बिंदुओं पर होंगे सवाल जवाब
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) फर्जी दस्तावेजों के जरिए वर्ष 2015 से सहारनपुर में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक मु.इकबाल व उसके भाई मु.फारुख के विदेशी नागरिकों से कनेक्शन खंगालने में जुटा है। एटीएस ने दोनों आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है।
लखनऊ, जेएनएन। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) फर्जी दस्तावेजों के जरिए वर्ष 2015 से सहारनपुर में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक मु.इकबाल व उसके भाई मु.फारुख के विदेशी नागरिकों से कनेक्शन खंगालने में जुटा है। एटीएस ने दोनों आरोपितों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होगी। एटीएस दोनों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर कई बिंदुओं पर सवाल-जवाब करने की तैयारी कर रही है।
इससे पहले दोनों के इंटरनेट मीडिया के अकाउंट खंगाले जा रहे हैं।एटीएस बांग्लादेश निवासी भाईयों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने वाले दलालों की भी तलाश कर रही है। इसके लिए एक टीम सहारनपुर भी भेजी गई है। दोनों आरोपितों से उनके मददगारों के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी। ध्यान रहे, एटीएस ने सहारनपुर में रह रहे मु.इकबाल व उसके भाई मु.फारुख काे गिरफ्तार किया है। दोनों भाई साऊदी अरब, अमेरिका, बांग्लादेश, इटली, ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया, म्यामार व अन्य देशों के नागरिकों के संपर्क में थे। यही वजह है कि उनके किसी आतंकी संगठन के सीधे संपर्क में होने तथा महत्वपूर्ण सूचनाएं दूसरे देशों में पहुंचाने का संदेह है। एटीएस इस दिशा में अपनी पड़ताल के कदम बढ़ा रही है। दोनों लंबे समय से भारत में टिके हैं और बांग्लादेश डिपोर्ट किए जाने के बाद दोबारा अवैध ढंग से सीमा पार कर आए थे।