यूपी में गणतंत्र दिवस पर 100 कैदियों को रिहा करने की तैयारी, इस आधार पर किया गया चयन
जेल मुख्यालय ने पात्र कैदियों की सूची शासन को भेज दी है। अब शासन सूची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजेगा और वे रिहाई पर अंतिम फैसला करेंगी। विधान सभा चुनाव को देखते हुए सरकार चुनाव आयोग से भी इस पर अनुमति लेगी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उप्र सरकार गणतंत्र दिवस पर अच्छे आचरण वाले उम्रदराज व गंभीर रोगों से पीडि़त 100 कैदियों को रिहा करने की तैयारी कर रही है। जेल मुख्यालय ने रिहा होने के पात्र कैदियों की सूची शासन को भेज दिया है। अब शासन पात्र कैदियों की सूची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजेगा और वे कैदियों की रिहाई पर अंतिम फैसला करेंगी। हालांकि विधान सभा चुनाव को देखते हुए सरकार चुनाव आयोग से भी इस पर अनुमति लेगी।
प्रदेश सरकार द्वारा कैदियों की रिहाई के लिए बनाई गई स्थायी नीति के तहत 16 वर्ष की वास्तविक सजा काट चुके अच्छे आचरण वाले कैदी इसके पात्र होते हैं। जिनकी उम्र 60 साल पार कर चुकी हो। कैंसर, गुर्दा, ब्रेन ट््यूमर आदि गंभीर रोगों से ग्रस्त कैदियों को वरीयता दी जाती है।
स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव के लिए 23.68 लाख पाबंद : स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए अब तक पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 23.68 लाख लोगों को पाबंद किया है। अब तक 6,89,275 लाइसेंसी ड्डशस्त्र जमा कराए जा चुके हैं। 297 लाइसेंस जब्त व 894 लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में 284 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा चुकी है। पुलिस ने जांच में 5071 शस्त्र, 5304 कारतूस, 214 विस्फोटक एवं 117 बम बरामद किए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पुलिस एवं आयकर विभाग की कार्रवाई में अब तक लगभग 10.57 करोड़ रुपये नगद बरामद हुए हैं। 22.19 करोड़ रुपये की ड्रग्स भी जब्त की जा चुकी है। इसमें से चार करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की ड्रग्स शनिवार को पकड़ी गई। सार्वजनिक एवं निजी स्थानों से अब तक कुल 54,67,112 प्रचार-प्रसार सामग्री हटाई गई है। आबकारी एवं पुलिस विभाग द्वारा अब तक 10.94 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 5,32,073 लीटर शराब पकड़ी गई है।