Indian Railways: भारतीय रेलवे में भी पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की तैयारी, SMS बताएगा कहां पहुंचा सामान; यहां पढ़ें पूरी खबर
Indian Railways Initiatives पिछले दिनों अंबाला के रहने वाले रवि गौतम ने अपनी बाइक लखनऊ के लिए भेजी। यह बाइक लखनऊ पर उतरी ही नहीं। कई दिनों तक पार्सल घर के चक्कर काटने के बाद पता चला कि यह बाइक किसी दूसरे स्टेशन पर उतर गई थी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पिछले दिनों अंबाला के रहने वाले रवि गौतम ने अपनी बाइक लखनऊ के लिए भेजी। यह बाइक लखनऊ पर उतरी ही नहीं। कई दिनों तक पार्सल घर के चक्कर काटने के बाद पता चला कि यह बाइक किसी दूसरे स्टेशन पर उतर गई थी। रेलवे में गलत जगह पर पार्सल पहुंचने और उसकी लोकेशन की जानकारी न मिलने से अब लोगों को राहत मिलेगी। रेलवे प्रशासन पार्सल के ट्रैकिंग की भी सुविधा शुरू करेगा। इसकी शुरुआत लखनऊ जंक्शन से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर होगी।
दरअसल, अभी रेलवे में पार्सल भेजने पर उसकी ट्रैकिंग की कोई सुविधा नहीं मिलती है। कई बार गलत स्टेशनों पर पार्सल की डिलीवरी रेलकर्मचारियों की चूक के कारण हो जाती है। जबकि उनको वापस आने के लिए पार्सल भेजने वाले व्यिक्त को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रेलवे के पोर्टल पर ट्रेनों में गंदगी और खानपान के बाद सबसे अधिक शिकायतें विभाग की लापरवाही से पार्सल की डिलीवरी न होने के सामने आते हैं। इसे देखते हुए अब रेलवे प्रशासन डाक विभाग की तरह पार्सल ट्रैकिंग सिस्टम लागू करने जा रहा है। इस नई व्यवस्था के तहत अब रेलवे में जब पार्सल की बुकिंग की जाएगी उसकी इंट्री ऑनलाइन होगी। पार्सल भेजने वाले का मोबाइल नंबर भी दर्ज किया जाएगा।
बुकिंग के समय हर पार्सल का एक बार कोड नंबर बन जाएगा। पार्सल भेजने वाले के मोबाइल नंबर पर वह लिंक बुकिंग होते ही भेज दिया जाएगा। जिससे वह व्यिक्त पार्सल की लोकेशन का पता लगा सकेंगे। गंतत्व वाले रेलवे स्टेशन पर जैसे ही पार्सल पहुंचेगा, पार्सल की बुकिंग कराने वाले के मोबाइल फोन पर इसका एसएमएस आ जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत लखनऊ जंक्शन को चुना है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि नई व्यवस्था से पार्सल भेजने और उसे मंगाने वाले को बहुत राहत मिलेगी। इसके लिए कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी जल्द शुरू होगा।