Coronavirus Vaccine News: वैक्सीन के वितरण को लेकर देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य यूपी पर सबकी होंगी निगाहें
जिलों में कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए 18 और गाड़ियां खरीदी गई हैं। हम कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित ढंग से रखने और उसे आम लोगों को लगाने के लिए जो भी जरूरी संसाधन हैं उसे जुटा चुके हैं। 15 दिसंबर तक तैयारियां पूरी हो जाएंगी।
लखनऊ, डॉ राकेश दुबे। कोरोना काल की दुखद यादों के बीच वैक्सीन के आने का सुखद समाचार किसी वरदान से कम नहीं। वैज्ञानिकों के अथक प्रयास के बाद अब सरकारी मशीनरी की बारी है। कई माह तक ज़िंदगी को ठहरा देने वाली इस महामारी का ठिठकना ही हमारी जीत नहीं। देश में एक भी केस रहने तक यह लड़ाई रुकने वाली नहीं। इसी सोच के साथ पूरे देश में अब कोरोना से लड़ाई के बीच वैक्सीन को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सबसे अहम है सुदूर इलाकों में इसकी कोल्ड चेन बनाए रखना और इसके व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। जाहिर है कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश पर सबकी निगाहें होंगी।
प्रदेश में मार्च के बाद गर्मी बढ़ती है, ऐसे में कोल्ड चेन बनाए रखने की चुनौतियों से मुकाबला करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। अभी प्रदेश में 80 हजार लीटर वैक्सीन रखने की व्यवस्था है। अब इसे बढ़ाकर 2.03 लाख लीटर कर दिया गया है। दो से आठ डिग्री सेल्सियस के तापमान पर वैक्सीन रखी जाएगी। मैं यह कह सकता हूं कि जो तैयारियां हैं, उससे कोल्ड चेन टूटने की तनिक भी गुंजायश नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से काफी मदद मिली है। आठ वॉक इन कूलर व चार वाक इन फ्रीजर मंगाए गए हैं। 1,610 आइएलआर, 1,430 डीप फ्रीजर, 26,800 वैक्सीन कैरियर और 1950 कोल्ड बॉक्स भी मिले हैं। वैक्सीन के भंडारण के लिए 22 जिलों में 500 वर्ग फीट के कमरे बनवाए गए हैं। 27 जिलों में कमरों की बड़े पैमाने पर मरम्मत की गई है। वहीं 26 जिलों में जरूरत के अनुसार छिटपुट मरम्मत कार्य हुए हैं।
हमारा पूरा फोकस सुरक्षित ढंग से टीकाकरण पर है। स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने के लिए एक हजार टीकाकरण केंद्र, फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाने के लिए दो हजार टीकाकरण केंद्र और फिर 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाने के लिए करीब तीन हजार केंद्र बनाए जा रहे हैं। इनके बाद ऐसे लोग जो कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं, उनको कोरोना का टीका लगाया जाएगा। केंद्र सरकार ने ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से प्रदेश में टीकाकरण के लिए मास्टर ट्रेनर तैयार कर दिए हैं। अगले हफ्ते से हम जिलों में ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करेंगे। टीका लगाने के लिए एएनएम के अलावा नर्स, फार्मासिस्ट व इंटर्न आदि की भी मदद ली जाएगी। मेरा लोगों से अनुरोध है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ रही तब तक पूरी सर्तकता बरतें। वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क पहनने की आदत न छोड़ें।
[महानिदेशक, परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश]