मानव तस्करों को दिल्ली और कोलकाता ले जाकर छानबीन करेगी यूपी एटीएस, जानें- अब तक कितने हो चुके गिरफ्तार
एटीएस मानव तस्करी के मामले में अब अपनी जांच का दायरा बढ़ा रहा है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश करने के साथ ही एटीएस इस बात का भी पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को किन रास्तों से घुसपैठ कराई जाती है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) मानव तस्करी के मामले में अब अपनी जांच का दायरा बढ़ा रहा है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश करने के साथ ही एटीएस इस बात का भी पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को किन रास्तों से घुसपैठ कराई जाती है। खासकर पश्चिम बंगाल में शरण दिलाने के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश, दिल्ली व अन्य राज्यों में किन-किन लोगों की मदद से विदेश भेजने का सिंडीकेट संचालित हो रहा है। इसमें अलग-अलग कितने गिरोह सक्रिय हैं और उनके आपसी कनेक्शन क्या है।
एटीएस ऐसे कई बिंदुओं पर पड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए सरगना महफुजुर रहमान, दिल्ली निवासी एजेंट कय्यूम व कानपुर स्टेशन से पकड़े गए आठों बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस रिमांड अवधि के दौरान दिल्ली व कोलकाता ले जाकर छानबीन करने की तैयारी कर रहा है। आइजी एटीएस जीके गोस्वामी का कहना है कि कानपुर से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ शुरू की गई है। एटीएस मुख्यालय स्तर पर चार राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें गठित कर छानबीन के कदम बढ़ाए जा रहे हैं। आइजी का कहना है कि कोर्ट ने आरोपित महफुजुर व कय्यूम की भी 12 दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर की है। दोनों की रिमांड अवधि 16 दिसंबर की सुबह 11 बजे आरंभ होगी। इन दोनोंं को भी रिमांड पर लेकर दिल्ली व कोलकाता ले जाकर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में छानबीन की जाएगी। खासकर दिल्ली में कय्यूम को घुसपैठियों के टूरिस्ट वीजा दिलवाने वाले उसके सहयोगियों की तलाश की जाएगी।
महफुजुर के अन्य सहयोगियों के बारे में भी छानबीन की जा रही है। बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों की घुसपैठ कराकर उन्हें हिंदू नामों से विदेश भेजने वाले गिरोह के कई अन्य सदस्यों के बारे में अहम सुराग भी हाथ लगे हैं। जिनके आधार पर जल्द कुछ और आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। घुसपैठियों व अन्य आरोपितों से उन्हें भारत लाए जाने के अलग-अलग रास्तों के बारे में भी पड़ताल की जा रही है। दूसरी ओर एटीएस मानव तस्कर गिरोह के आतंकी कनेक्शन की भी पड़ताल कर रहा है। महफुजुर के पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद इस दिशा में छानबीन शुरू की गई है। देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए घुसपैठिये बड़ा खतरा बन सकते हैं। यही वजह है कि अन्य जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं और अब तक पकड़े गए आरोपितों के करीबियों की और गहनता से जांच शुरू की गई है।